धनकटनी के साथ गुमला के किसानों ने रबी फसलों की खेती की शुरू, सरसों की पैदावार बढ़ने की उम्मीद

गुमला के किसान धनकटनी के साथ रबी फसलों की खेती भी शुरू कर दी है. इस बार सरसों की खेती में तेजी देखी जा रही है. जिला के 11 हजार हेक्टेयर भूमि पर खेती हुई है. इससे सरसों की अच्छी पैदावार की उम्मीद किसान लगाए हैं. रबी फसल में गेहूं, मक्का, मसूर और तीसी जैसी फसलों की खेती भी शुरू हो गयी है.

By Samir Ranjan | November 21, 2022 10:39 PM

Jharkhand News: गुमला जिले में एक ओर धनकटनी चल रही है, तो दूसरी ओर रबी के विभिन्न फसलों की खेती-बारी भी शुरू हो गयी है. हालांकि, रबी के कुछ फसलों की अच्छी-खासी खेती हो चुकी है, लेकिन अधिकांश फसल ऐसे हैं जिसकी खेती रबी मौसम में देर से शुरू होती है. देर से शुरू होने का कारण यह भी है कि अधिकांश किसान धनकटनी के बाद ही रबी फसलों की खेती की शुरुआत करते हैं.

धनकटनी के साथ गुमला के किसानों ने रबी फसलों की खेती की शुरू, सरसों की पैदावार बढ़ने की उम्मीद 2

सरसों की खेती में दिखी तेजी

कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, सरसों की खेती में तेजी है. अच्छी-खासी खेती होने वाले फसलों में सबसे ज्यादा खेती सरसों की हो चुकी है. जिले भर में लगभग 11 हजार हेक्टेयर भूमि पर सरसों की खेती हो चुकी है. ऐसे विगत कुछ सालों से जिले में लगभग 15-16 हजार हेक्टेयर भूमि पर सरसों की खेती हो रही है. इससे पहले सात-आठ हजार इसके बाद लगभग 10 हजार से अचानक बढ़कर 15 हजार हेक्टेयर से भी अधिक भूमि पर सरसों की खेती की जा रही है.

सरसों की बाजार में है काफी मांग

सरसों की खेती में मेहनत और लागत के अनुरूप आमदनी काफी अच्छी है. साथ ही बाजार में इसकी मांग भी काफी है. जिस कारण किसानों का सरसों की खेती की ओर रूझान भी काफी बढ़ गया है. इसके बाद सर्वाधिक खेती चना और मटर की हुई है. जिले भर में चना 5600 हेक्टेयर एवं मटर की 3665 हेक्टेयर भूमि पर खेती हो चुकी है. अभी इन दोनों फसलों की और भी खेती होनी बाकी है. विगत वर्ष जिले में चना लगभग 11 हजार हेक्टेयर एवं मटर लगभग 4500 हेक्टेयर भूमि पर खेती हुई थी.

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गेहूं, मक्का, मसूर, तीसी फसलों की खेती शुरू

वहीं, रबी फसल में गेहूं, मक्का, मसूर, तीसी जैसी फसलों की खेती अभी शुरू हुई है. गेहूं लगभग 550 हेक्टेयर, मक्का 50 हेक्टेयर, मसूर 90 हेक्टेयर एवं तीसी की लगभग 200 हेक्टेयर भूमि पर खेती हो चुकी है. जिला कृषि पदाधिकारी अशोक कुमार सिन्हा ने बताया कि रबी के अधिकांश फसलों की खेती की गति अभी धीमी है. लेकिन, जैसे-जैसे धनकटनी खत्म होगी. वैसे-वैसे इन फसलों की खेती भी बढ़ेगी.

रिपोर्ट : जगरनाथ, गुमला.

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