गुमला अचानक हुई बिजली गुल. अस्पताल का जनरेटर भी खराब है. आपात स्थिति में मंगलवार की रात को टॉर्च की रोशनी में घायल का इलाज किया गया. आधा घंटा तक अस्पताल में अंधेरा छा गया. वार्ड में भर्ती मरीज भी परेशान हो गये. गर्मी से लोग त्रस्त नजर आये. अस्पताल की यह कैसी व्यवस्था है?
सुधार होने के बजाये और खराब हो रही है. जी, हां सदर अस्पताल गुमला में व्यवस्था सुधर नहीं रही है. मंगलवार की रात से बिजली व्यवस्था ठप हो गयी. अस्पताल में इलाजरत मरीज, चिकित्सक, चिकित्सा कर्मी, नर्सों को परेशानी का सामना करना पड़ा. बिजली व्यवस्था ठप होने पर चिकित्सक व अन्य कर्मियों को मोबाइल टॉर्ज की रोशनी में कार्य करते देखा गया. वहीं गर्मी से मरीज सहित सभी लोग परेशान दिखे. यहां बताते चलें कि गत 15 दिन पूर्व भी अस्पताल में बिजली व्यवस्था ठप हो गयी थी.
उस समय भी घायलों का इलाज टॉर्च की रोशनी से किया गया था. इधर, मंगलवार की रात साढ़े आठ बजे गुमला पुलिस खटवा नदी के समीप हुए सड़क हादसे में घायल को लेकर अस्पताल पहुंची, तो देखा कि अस्पताल में बिजली नहीं है.
पुलिस पदाधिकारी व जवानों ने टॉर्च की रोशनी में इलाज कराया. घायल मरीज कुरूमगढ़ थाना के कोल्दा गांव निवासी अनुप बाखला (26) है. वहीं बुधवार की सुबह में भी अस्पताल में बिजली व्यवस्था ठप थी. अस्पताल के कर्मी उमस भरी गर्मी में बैठ कर अपने कार्यों का निष्पादन कर रहे थे.