दुर्जय पासवान, गुमला
गुमला से प्रेम कहे या कुछ और कारण है. कई अधिकारी लंबे समय से गुमला में जमे हैं. परंतु, उनका स्थानांतरण नहीं हो रहा है. किसी का तीन, तो किसी का चार साल हो गया, पर वे गुमला में कुंडली मार कर बैठे हैं. गुमला से बदली होने के बाद भी गुमला छोड़ने का नाम नहीं ले रहे हैं. बता दें कि गुमला में कई ऐसे विभाग हैं, जिसका पद रिक्त है. कई विभाग प्रभार पर चल रहा है. एक अधिकारी कई विभाग संभाल रहे हैं, जिससे काम प्रभावित हो रहा है. वहीं जो अधिकारी लंबे समय से गुमला में जमे हुए हैं. इसमें कई अधिकारियों का पब्लिक से बेहतर तालमेल नहीं है, जिससे जनता को काम के लिए भटकना पड़ रहा है.
इधर, लंबे समय से जमे पदाधिकारियों के कार्यों को देखते हुए गुमला से हटाने की मांग अब उठने लगी है. खासकर, जनता से जुड़े विभाग के अधिकारियों को जल्द से जल्द स्थानांतरण का नोटिफिकेशन जारी करने की मांग लोग करने लगे हैं. बता दें कि गुमला जिले में 18 थाना हैं, जिसमें कई पुलिस अधिकारी हैं, जो गुमला में लंबे समय से जमे हैं. गुमला में हाल के दिनों में अपराध बढ़े हैं. चोरी की घटनाओं ने लोगों को परेशान कर दिया है. इसलिए लोग चाह रहे हैं कि पुराने अधिकारियों की जगह नये लोगों को अवसर मिले, जिससे बढ़ते अपराध की घटनाओं पर रोक लगायी जा सके.
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कांग्रेस महिला कमेटी की जिला उपाध्यक्ष हेमावती लकड़ा ने कहा है कि निर्वाचन आयोग के निर्देश के आलोक में तबादलों का दौर शुरू होगा. गुमला में भी कई ऐसे अधिकारी हैं, जो तीन वर्ष या उससे अधिक समय से जिले में जमे हुए हैं. वैसे अधिकारियों का तत्काल तबादला करने का अनुरोध किया है. उन्होंने कहा है कि ऐसे अधिकारियों की सूची उपायुक्त से मांगी गयी है. उम्मीद है कि जल्द ही स्थानांतरण सुनिश्चित किया जायेगा. आइटीडीए निदेशक समेत कई अधिकारी लंबे समय से यहां कार्यरत हैं. जबकि एसी के स्थानांतरण के बाद भी गुमला में जमे हुए हैं. उनका स्थानांतरण सितंबर 2023 में ही हो गया है, फिर भी वे गुमला छोड़ने का नाम नहीं ले रहे हैं.