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गुमला : पिता की मौत के बाद बच्चों को छोड़कर मां ने कर ली दूसरी शादी, तीन बच्चों की कहानी

गुमला (दुर्जय पासवान) : यह तीन अनाथ बच्चों की कहानी है. पिता की मौत के बाद बच्चों की मां ने दूसरी शादी कर ली और अपने बच्चों को छोड़ दिया. यह मामला गुमला जिला स्थित बिशुनपुर प्रखंड का है. तीन अनाथ बच्चों ने सीडब्ल्यूसी गुमला से मदद की गुहार लगायी है. इन तीनों बच्चों के पिता की मौत हो चुकी है. मां जीवित है. लेकिन भागकर दूसरी शादी कर ली. जिससे तीनों बच्चे अनाथ की तरह रह रहे हैं. बिशुनपुर प्रखंड के मुंदार गांव की 12 वर्षीय मनप्रीत कुमारी व 10 वर्षीय आलोक खेरवार सगे भाई बहन हैं. इनके पिता अजय खेरवार की चार माह पहले बीमारी के कारण मौत हो गयी थी. पिता की मौत के बाद बच्चों की मां सुलेश्वरी देवी दूसरी शादी कर ली.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 12, 2021 11:29 PM

गुमला (दुर्जय पासवान) : यह तीन अनाथ बच्चों की कहानी है. पिता की मौत के बाद बच्चों की मां ने दूसरी शादी कर ली और अपने बच्चों को छोड़ दिया. यह मामला गुमला जिला स्थित बिशुनपुर प्रखंड का है. तीन अनाथ बच्चों ने सीडब्ल्यूसी गुमला से मदद की गुहार लगायी है. इन तीनों बच्चों के पिता की मौत हो चुकी है. मां जीवित है. लेकिन भागकर दूसरी शादी कर ली. जिससे तीनों बच्चे अनाथ की तरह रह रहे हैं. बिशुनपुर प्रखंड के मुंदार गांव की 12 वर्षीय मनप्रीत कुमारी व 10 वर्षीय आलोक खेरवार सगे भाई बहन हैं. इनके पिता अजय खेरवार की चार माह पहले बीमारी के कारण मौत हो गयी थी. पिता की मौत के बाद बच्चों की मां सुलेश्वरी देवी दूसरी शादी कर ली.

सुलेश्वरी ने अपने ही देवर पवन खरवार से शादी कर तमिलनाडु मजदूरी करने चली गयी. जिससे दोनों बच्चे अनाथ हो गये. सोमवार को चाइल्ड लाइन सदस्य बिंदेश्वर पासवान दोनों बच्चों को लेकर सीडब्ल्यूसी पहुंचे थे. दोनों बच्चों ने कस्तूरबा व बालक आवासीय स्कूल में नामांकन कराने की मांग की है. साथ ही स्पॉन्सरशिप के तहत भी मदद की गुहार लगायी है.

वहीं बिशुनपुर प्रखंड के समुदरी गांव की मयंती कुमारी भी अनाथ की तरह रह रही है. उसके पिता संजू मुंडा की मौत हो गयी है. जबकि उसकी मां बिंजू मुंडा दूसरी शादी कर कहीं चली गयी. तब से मयंती अनाथ की तरह रह रही है. उन्होंने कस्तूरबा स्कूल में नामांकन कराने की मांग की है. जिससे वह पढ़ लिखकर अलग पहचान बना सके.

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इधर, मां की ममता जागी, बेटे को अपनाया

यह दूसरी कहानी अपने बच्चे के प्यार के प्रति मां की ममता की है. मां की ममता जागी तो बेटे को अपनाने के लिए मां तैयार हो गयी. मामला बिशुनपुर प्रखंड की है. प्रखंड की एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म हुआ था. जिससे वह गर्भवती हो गयी. गर्भवती होने के बाद दुष्कर्म का खुलासा हुआ. तीन माह पहले थाने में केस दर्ज किया गया था. इसके बाद पुलिस ने आरोपी रामवृक्ष खेरवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. जबकि गर्भवती लड़की को गुमला सीडब्ल्यूसी को सौंप दिया गया था.

दो माह पहले लड़की ने गुमला अस्पताल में एक बेटे को जन्म दी. शुरू में वह बेटे को अपनाने को तैयार नहीं थी. उसने बेटे को सीडब्ल्यूसी के हैंडओवर कर दिया था. परंतु अचानक उसकी ममता जागी और वह सोमवार को अपने बेटे को लेने गुमला पहुंची. कागजी कार्रवाई के बाद सीडब्ल्यूसी ने लड़की को उसके बेटे को सौंपने का निर्णय लिया. मां बनी लड़की फिलहाल में कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय स्कूल में वर्ग सातवीं में पढ़ती है.

Posted By: Amlesh Nandan

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