आइटीआइ के 184 छात्रों को नहीं मिली छात्रवृत्ति, अधिकारी से छात्रों की तकरार, छात्रवृत्ति ने मिलने की ये वजह
निदेशक किसी भी सवाल का जवाब देने को तैयार नहीं थे. देवेंद्र उरांव ने बताया कि आवेदन आइटीआइ डुमरडीह का कॉलेज स्तर पर सत्यापन होकर कल्याण विभाग स्तर पर सत्यापन हो चुका है. कुछ कागजात सत्यापन होना शेष है. कल्याण विभाग के पदाधिकारियों का कहना है कि एनसीभीटी एवं उच्च स्तर के कार्यालय आइटीआइ शिक्षण संस्थान का कंफर्मेशन सत्यापन लेटर नहीं मिला. इसी कारण छात्रों की छात्रवृत्ति रोक दी गयी.
गुमला : आइटीआइ कॉलेज डुमरडीह के सत्र 2020-2021 के 184 छात्रों की छात्रवृत्ति कल्याण विभाग के दांव पेंच के कारण लटकी हुई है. आइटीआइ के छात्रों ने इसकी जानकारी भाजपा एसटी मोर्चा के अध्यक्ष देवेंद्र उरांव को दी. जिसके बाद सभी छात्रों को लेकर उरांव कल्याण विभाग पहुंचे. जहां पर अनिल साहू, छोटेलाल भगत, प्रकाश प्रसाद व पूर्व चेंबर अध्यक्ष सह समाजसेवी रमेश कुमार चीनी छात्रों से मिले. इसके बाद कल्याण पदाधिकारी व परियोजना निदेशक आइटीडीए से मिले. छात्रवृत्ति नहीं मिलने का कारण पूछे जाने के बाद परियोजना निदेशक व छात्रों के बीच बकझक हो गयी.
निदेशक किसी भी सवाल का जवाब देने को तैयार नहीं थे. देवेंद्र उरांव ने बताया कि आवेदन आइटीआइ डुमरडीह का कॉलेज स्तर पर सत्यापन होकर कल्याण विभाग स्तर पर सत्यापन हो चुका है. कुछ कागजात सत्यापन होना शेष है. कल्याण विभाग के पदाधिकारियों का कहना है कि एनसीभीटी एवं उच्च स्तर के कार्यालय आइटीआइ शिक्षण संस्थान का कंफर्मेशन सत्यापन लेटर नहीं मिला. इसी कारण छात्रों की छात्रवृत्ति रोक दी गयी.
आइटीआइ शिक्षण संस्थान से पता चला कि सत्यापन हो गया है. छात्रों को छात्रवृत्ति मिलेगी. इसको लेकर संस्थान निश्चिंत है. लेकिन कल्याण विभाग द्वारा किसी प्रकार की जानकारी आइटीआइ शिक्षण संस्थान को नहीं प्रदान की गयी. देवेंद्र उरांव ने कहा कि कल्याण विभाग की लापरवाही से छात्रवृत्ति लटकी हुई है. अगर छात्रवृत्ति नहीं मिली तो 10 दिन के उपरांत छात्रों के साथ जोरदार आंदोलन किया जायेगा. परियोजना निदेशक एवं जिला कल्याण पदाधिकारी ने कहा कि छात्रवृत्ति भुगतान की पहल की जायेगी.
समाजसेवी रमेश कुमार चीनी ने कहा कि छात्रों की छात्रवृत्ति हेतु उच्च स्तरीय पदाधिकारियों से बात कर छात्रवृत्ति दिलाने का प्रयास किया जायेगा. मौके पर अनिल साहू, सोनामनी उरांव, विवेक प्रसाद, पंकज गोकुलपुरा, भूषण साहू, आनंद साहू, शिवा राम, अभिषेक, आनंद टोप्पो, छोटेलाल कमार भगत सहित 40 छात्र मौजूद थे.