तीन पीएलवी को डीएलएसए ने किया सम्मानित, चार अनाथ बच्चों को शिशु प्रोजेक्ट से जोड़ने में मदद की थी
जिसके तहत जिले के घाघरा प्रखंड के चुंदरी ग्राम के अनाथ बच्चों को सफलतापूर्वक पुनर्वास किया गया. ज्ञात हो कि स्वर्गीय सोमा उरांव एवं उसकी पत्नी का देहांत कोविड महामारी के दौरान हो गया था. जिस कारण उसके चार बच्चे अनाथ हो गये. इसकी सूचना मिलते ही डीएलएसए गुमला की टीम स्वर्गीय सोमा उरांव के घर ग्राम चुंदरी पहुंची. जहां परिवार का जायजा लिया.
गुमला : जिला विधिक सेवा प्राधिकार गुमला के अध्यक्ष सह पीडीजे संजय कुमार चंधरियावी के निर्देशानुसार अनाथ बच्चों को झालसा की शिशु प्रोजेक्ट से जोड़ने सहित सरकार की अन्य योजनाओं का लाभ सुनिश्चित कराने को लेकर डीएलएसए के सचिव आनंद सिंह के नेतृत्व में प्राधिकार की पीएलवी द्वारा गुमला जिले में एक अभियान के तहत मुहिम में लगी हुई है.
जिसके तहत जिले के घाघरा प्रखंड के चुंदरी ग्राम के अनाथ बच्चों को सफलतापूर्वक पुनर्वास किया गया. ज्ञात हो कि स्वर्गीय सोमा उरांव एवं उसकी पत्नी का देहांत कोविड महामारी के दौरान हो गया था. जिस कारण उसके चार बच्चे अनाथ हो गये. इसकी सूचना मिलते ही डीएलएसए गुमला की टीम स्वर्गीय सोमा उरांव के घर ग्राम चुंदरी पहुंची. जहां परिवार का जायजा लिया.
साथ ही घर में वृद्ध दादा एवं चार अनाथ बच्चों क्रमशः
गुड़िया कुमारी, प्रेम उरांव, लाल बहादुर उरांव व फुल कुमारी थी. चारों अनाथ बच्चों को एवं वृद्ध दादा को विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने की प्रक्रिया में लाया गया. जिसके तहत प्रेम उरांव, लाल बहादुर उरांव व फुल कुमारी को स्पॉन्सरशिप योजना से जोड़ा गया. सुकन्या योजना का लाभ दिलाने हेतु अग्रेतर कार्रवाई की जा रही है. वहीं दादाजी को वृद्धा पेंशन योजना से जोड़ा गया है.
इन सभी कार्य को देखते हुए झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार रांची ने उक्त कार्य में लगे पीएलवी को सम्मानित करते हुए प्रशस्ति पत्र एवं मोमेंटो देकर प्रोत्साहित किया. जिसे मंगलवार को पीडीजे संजय कुमार चंधरियावी ने डीएलएसए के पीएलवी जसिंता कुजूर, नीलम लकड़ा एवं जोसेफ किंडो को प्रशस्ति पत्र एवं मोमेंटो देकर उन्हें सम्मानित किया.