गुमला, दुर्जय पासवान : गुमला धर्मप्रांत स्थित चैनपुर भिखारिएट के डीन सह पल्ली पुरोहित फादर रजत एक्का का शव शुक्रवार (27 अक्टूबर) को एक कुआं से बरामद हुआ. पुलिस ने शव बरामद कर अनुसंधान शुरू कर दिया है. फादर रजत एक्का कुआं तक कैसे पहुंचे, इसकी जांच चल रही है. गुरुवार (26 अक्टूबर) की रात 8:30 बजे वे खाना खाने के बाद अपने कमरे से निकले थे. इसके बाद गायब हो गए. शुक्रवार को दोपहर में चर्च परिसर के बगान में काम करने वाले मजदूरों ने शव को कुआं में देखा. फादर पवन लकड़ा ने बताया कि सुबह 5:30 बजे हर दिन डीन फादर रजत एक्का मिस्सा के लिए मिस्सा घंटी बजाते थे. सुबह में मिस्सा घंटी नहीं बजी, तो मैंने घंटी बजाया. मिस्सा पूजा भी मैंने ही कराया. सुबह 8:00 बजे तक नाश्ता के लिए वह नहीं पहुंचे, तो उनकी खोजबीन की. कहीं पता नहीं चला. सुबह 9:00 बजे चर्च के बगान में काम करने गई विमला तिर्की ने फादर रजत का चप्पल एवं टॉर्च कुआं के पास देखा. इसके बाद इसकी सूचना पारिस में दी. लोग कुआं के पास पहुंचे, तो फादर रजत की टोपी कुआं दिखी. कुछ देर बाद फादर का शव कुएं में दिखने लगा. इधर, चैनपुर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कुएं से फादर के शव को निकलवाया. पुलिस हत्या और आत्महत्या दोनों पहलू से इस मामले की जांच कर रही है.
फादर का शव मिलने से लोग अचंभित
चैनपुर भिखारिएट के डीन फादर रजत एक्का का शव कुएं से मिलने के बाद सभी अचंभित हैं, क्योंकि उनका कार्यकाल चर्च के लिए बेहतर रहा है. समाज को मजबूत करने और शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर काम कर रहे थे. इसलिए उनकी मौत से कई सवाल खड़े हो गए हैं. फादर रजत एक्का के कमरे की भी जांच की गई. साथ ही कई लोगों से पुलिस ने पूछताछ की. अभी अनुसंधान जारी है. पुलिस ने डीन फादर के कमरे को सील कर दिया है . उनके दो मोबाइल फोन सहित कुछ डायरी जब्त कर ली है.
फादर पवन लकड़ा ने पुलिस को दी पूरी जानकारी
घटनास्थल पर पहुंचे गुमला धर्मप्रांत के प्रशासक फादर लिनुस पिंगल एक्का ने कहा है कि घटनाक्रम की पूरी जानकारी साथ में रह रहे फादर पवन लकड़ा ने पुलिस को दी है. जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. इधर, ग्रामीणों के अनुसार, डीन फादर कुछ दिनों से विचलित रह रहे थे. एसआई आलोक कुमार ने कहा है कि प्रथम दृष्टया कुएं में डूबने से मौत प्रतीत हो रही है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट तौर पर कुछ कहा जा सकता है. शव को पोस्टमार्टम के लिए गुमला सदर अस्पताल भेज दिया गया है. इधर, जानकारी के अनुसार, फादर रजत एक्का गुरुवार की रात 8:30 बजे कमरे से निकले थे. शुक्रवार की सुबह 9:00 बजे कुएं से शव मिला. इसके बाद दोपहर 3:00 बजे शव को कुएं से निकाला गया.
झागर से निकाला गया शव
कुआं के पास चप्पल, टॉर्च एवं पानी में फादर की टोपी की सूचना के बाद सभी लोग सकते में आ गए. सहायक पल्ली पुरोहित फादर पवन लकड़ा द्वारा इस बात की सूचना चैनपुर पुलिस को दी गई. बाद में कुएं में झागर डाला गया. झागर की सहायता से फादर का शव पानी के ऊपरी तल पर लाया गया.
विधायक ने बंधाया ढाढ़स
स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना विधायक भूषण तिर्की को दी. विधायक ने घटना पर दुख जताते हुए सभी को हिम्मत दी. कहा कि हर संकट में मैं आपके साथ हूं. गुमला में मैं शव के पोस्टमार्टम की व्यवस्था देखता हूं. आप लोग फादर के पार्थिव शरीर को लेकर यहां पहुंचें. घटना की सूचना पर प्रमुख ओलिभाकांता कुजूर, बेंदोरा मुखिया सुशील दीपक मिंज सहित सैकड़ों लोग पहुंचे.
फादर रजत का परिचय
फादर रजत एक्का का जन्म जारी प्रखंड के रेंगनीटोली में 27 जनवरी 1962 को हुआ था. फादर रजत का पुरोहताभिषेक 24 अप्रैल 1993 को हुआ. वर्ष 2019 में फादर रजत ने चैनपुर पल्ली पुरोहित व डीन का पद संभाला था. फादर रजत के पुरोहिताई के 25 वर्ष पूर्ण होने पर वर्ष 2018 में रजत जयंती भी मनाई गई थी.
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एक वर्ष पहले मिली थी जान से मारने की धमकी
शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहे फादर रजत एक्का को एक साल पहले कुछ लोगों ने जान से मारने की धमकी दी थी. उस समय बैठककर मामले को शांत कराया गया था. इधर, फादर रजत एक्का लगातार चैनपुर में समाज के लिए बेहतर काम कर रहे थे.