बसिया : कोरोना महामारी का कहर जारी है. ऐसे में लोगों को अस्पताल व डॉक्टर की जरूरत है. खास कर गांवों में स्वास्थ्य व्यवस्था जरूरी है. परंतु गांवों में अस्पताल भवन तो बनाया गया. परंतु उसका उपयोग नहीं हो रहा है. न ही डॉक्टर है और न ही नर्स. करोड़ों रुपये का भवन बेकार पड़ा है. गांवों की स्वास्थ्य व्यवस्था पर प्रभात खबर की पड़ताल पर आधारित समाचार.
बसिया प्रखंड के कुम्हारी गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का भवन है. अस्पताल मुख्य सड़क के किनारे हैं. तीन साल पहले यह भवन बन कर तैयार हो गया है. परंतु दुर्भाग्य है. अभी तक इस भवन का कोई उपयोग नहीं हो रहा है. जबकि दो चुनावों लोकसभा व विधानसभा में ये जनमुद्दा बना था.
चुनाव खत्म होने के बाद न तो स्थानीय सांसद और न ही स्थानीय विधायक इस अस्पताल को चालू कराने की पहल कर रहे हैं. विधायक तो क्षेत्र से गायब हो गये हैं. चुनाव के बाद किसी नेता ने इस अस्पताल की ओर ध्यान नहीं दिया. अभी स्थिति यह है कि अस्पताल का भवन ठीक है.
परंतु अंदर जीतने भी कीमती सामान थे. सभी की चोरी हो गयी है. अब बदमाश लोग खिड़की व दरवाजा तोड़ कर ले जा रहे हैं. बसिया प्रखंड के कुम्हारी सूरजपुर मोड़ के समीप 2018 में तीन करोड़ रुपये से अस्पताल भवन बना है. वहीं सूरजमोड़ से कुछ दूरी पर स्थित कुम्हारी खास में 2012 में 15 लाख से बना भवन भी बेकार है. यानी की कुम्हारी में दो अस्पताल भवन है. परंतु इसका उपयोग नहीं हो रहा है.
Posted By : Sameer Oraon