गुमला जिला में उर्दू शिक्षकों के कई पद रिक्त, 135 मदरसों में बच्चों को दी जाती है उर्दू की तालीम
गुमला जिला के अधिकांश विद्यालय में उर्दू शिक्षकों को कमी है. जिस कारण उर्दू के शिक्षकों में ज्यादा दबाव पड़ रहा है. वहीं कई उर्दू विद्यालय में अन्य भाषा के शिक्षक कार्यरत हैं. जबकि उर्दू के शिक्षक के कई पद अब भी रिक्त है.
गुमला जिला में उर्दू भाषा के 12 सरकारी विद्यालय व मान्यता प्राप्त एक मदरसा है. जहां बच्चों को उर्दू भाषा की पढ़ाई जाती है. हालांकि गुमला जिला के 12 प्रखंड में 135 मदरसा व मकतब है. जहां बच्चों को उर्दू की पढ़ाई व दीनी तालीम दी जाती है. परंतु अधिकांश विद्यालय में उर्दू शिक्षकों को कमी है. जिस कारण उर्दू के शिक्षकों में ज्यादा दबाव पड़ रहा है. वहीं कई उर्दू विद्यालय में अन्य भाषा के शिक्षक कार्यरत हैं. जबकि उर्दू के शिक्षक के कई पद अब भी रिक्त है. जिला में छह उर्दू मिडिल स्कूल व पांच प्राथमिक उर्दू विद्यालय है. वहीं एक अल्पसंख्यक उर्दू प्राथमिक विद्यालय है. जिला के अन्य कई सरकारी विद्यालयों में उर्दू विषय के शिक्षकों की कमी है.
कहां कितने उर्दू शिक्षक है
थाना रोड स्थित उर्दू मिडिल स्कूल में नौ उर्दू शिक्षक का पद रिक्त है. यहां मात्र एक उर्दू के शिक्षक है. जबकि अन्य पद में दूसरी भाषा के शिक्षक हैं. उसी प्रकार क्रमश: उर्दू मिडिल स्कूल अंबवा में एक उर्दू शिक्षक कार्यरत है. उर्दू मिडिल स्कूल कतरी में एक शिक्षक कार्यरत है. उर्दू मिडिल स्कूल बसुआ में एक शिक्षक कार्यरत, सिसई मिडिल स्कूल में एक शिक्षक कार्यरत, उर्दू मिडिल स्कूल कोटाम में एक शिक्षक कार्यरत है.
वहीं प्राथमिक उर्दू विद्यालय के सभी स्कूलों में पांच शिक्षकों का पद है. करकरी सिसई में एक शिक्षक है. प्राथमिक उर्दू विद्यालय में शून्य, प्राथमिक उर्दू विद्यालय सीसी में एक शिक्षक है. प्राथमिक उर्दू विद्यालय कतरी व मलगो सिसई में एक भी उर्दू का शिक्षक नहीं है. वहीं अल्पसंख्यक उर्दू प्राथमिक विद्यालय गोया घाघरा में एक शिक्षक है. जबकि सिसई रोड स्थित मदरसा इस्लामियां फैज ए आम में छह पद शिक्षक के हैं, उसमें तीन पद रिक्त है.