गुमला में ठेकेदार के कैंप पर उग्रवादी हमला, चार गाड़ियों का शीशा तोड़ा, आधा दर्जन कर्मचारियों को पीटा
दायीं नहर का काम 10 करोड़ रुपये से हो रहा है. उग्रवादियों ने काम बंद करा दिया. पुलिस के अनुसार जेजेएमपी के उग्रवादियों ने घटना को अंजाम दिया है. पुलिस घटना स्थल पहुंच कर सभी गाड़ियों को थाना ले आयी है. साथ ही उग्रवादियों ने किस कारण से ठेकेदार के वाहनों को क्षतिग्रस्त किया और कर्मचारियों को पीटा. इसकी पुलिस जांच कर रही है. हालांकि समाचार लिखे जाने तक ठेकेदार ने थाने में किसी प्रकार की प्राथमिकी दर्ज नहीं करायी है.
Jharkhand News, Gumla News गुमला : चैनपुर व डुमरी के सीमावर्ती नवगाई गांव के अपरशंख जलाशय परियोजना की दायीं नहर का काम करा रहे ठेकेदार के अस्थायी कैंप पर उग्रवादियों ने हमला कर दिया. घटना दिन के दो बजे की है. उग्रवादियों की संख्या 40 से 50 थी. सभी हथियारों से लैस थे. उग्रवादियों ने कैंप में तैनात आधा दर्जन कर्मचारियों को जम कर पीटा. वहीं चार गाड़ियों का शीशा तोड़ दिया.
दायीं नहर का काम 10 करोड़ रुपये से हो रहा है. उग्रवादियों ने काम बंद करा दिया. पुलिस के अनुसार जेजेएमपी के उग्रवादियों ने घटना को अंजाम दिया है. पुलिस घटना स्थल पहुंच कर सभी गाड़ियों को थाना ले आयी है. साथ ही उग्रवादियों ने किस कारण से ठेकेदार के वाहनों को क्षतिग्रस्त किया और कर्मचारियों को पीटा. इसकी पुलिस जांच कर रही है. हालांकि समाचार लिखे जाने तक ठेकेदार ने थाने में किसी प्रकार की प्राथमिकी दर्ज नहीं करायी है.
40 से 50 जेजेएमपी के हथियारबंद सदस्य थे :
अपरशंख डैम के दायीं नहर का काम संवेदक तासिम खान करा रहा है. उसकी साइड पर दिनदहाड़े 40 से 50 जेजेएमपी के हथियारबंद दस्ता ने जम कर उत्पात मचाया. कार्य में लगी पोकलेन मशीन, जेसीबी मशीन व दो हाईवा में जम कर तोड़फोड़ की. इतना ही नहीं चालकों को भी जम कर पीटा गया. गंभीर रूप से घायल दो ड्राइवर को इलाज के लिए गुमला सदर अस्पताल भेज दिया गया है.
वहीं चार लोगों को आंशिक चोट लगी है. घटना की जानकारी मिलने के बाद चैनपुर थाना प्रभारी अमित कुमार चौधरी व डुमरी थाना प्रभारी मनीष कुमार संयुक्त रूप से टीम गठित डैम मुख्य नहर पहुंचे. क्षतिग्रस्त किये गये वाहनों को सुरक्षा के बीच चैनपुर लाया गया. चैनपुर थाना प्रभारी अमित चौधरी के अनुसार इस मामले की लिखित शिकायत संवेदक के द्वारा अभी तक थाना में नहीं दी गयी है.
जानकारी के अनुसार इस घटना को अंजाम देने के पीछे लेवी मुख्य कारण बताया जा रहा है. संवेदक के कर्मियों ने मारपीट में जख्मी लोगों के नाम बताने से इनकार किया. बता दें कि तीन माह पूर्व जल संसाधन विभाग चैनपुर-वन से लगभग 10 करोड़ का निविदा निकाला गया था जो कई श्रेणियों में बांटा गया था. कई संवेदक काम करा रहे हैं. गुमला में ठेकेदार के कैंप पर उग्रवादी हमला तथा Breaking News in Hindi से अपडेट के लिए बने रहें।