भूमिहीनों को फ्लैट में बसाने की योजना लटकी
छह एकड़ भूमि की जरूरत है, जहां फ्लैट बनाकर भूमिहीनों को देना है
गुमला : गुमला शहरी क्षेत्र के भूमिहीनों को फ्लैट (पक्का मकान) में बसाने की योजना अधर में लटकी हुई है. फ्लैट बनाने के लिए छह एकड़ भूमि की जरूरत है. परंतु अब तक फ्लैट बनाने के लिए प्रशासनिक स्तर पर जमीन चिह्नित नहीं होने के कारण भूमिहीनों को फ्लैट में बसाने की योजना अधर में लटकी हुई है.
जिस कारण अब तक न तो फ्लैट बन सका है और न ही भूमिहीनों को उसमें बसाया जा सका है. बताते चलें कि प्रधानमंत्री आवास योजना के घटक चार के अंतर्गत गरीबों व जरूरतमंदों के लिए पक्का आवास बनाया जा रहा है. इसमें शहरी क्षेत्र के लिए अलग तथा ग्रामीण क्षेत्र के लिए अलग योजना संचालित है. इस योजना का लाभ उसी लाभुक को मिल सकता है.
जिसके पास अपनी जमीन है. वहीं इसी योजना के घटक तीन के अंतर्गत जो लोग भूमिहीन हैं. जिन लोगों के पास अपनी जमीन नहीं है. वैसे लोगों के लिए नगर परिषद (नप) गुमला की ओर से फ्लैट बनाने की योजना है. फ्लैट में पानी, बिजली, शौचालय सहित फ्लैट के बाहर चलने के लिए सड़क, गार्डेन, बच्चों के लिए खेल मैदान आदि भी बनाया जाना है.
फ्लैट का प्रत्येक कमरा टू बीएचके का होगा. जिसे भूमिहीनों को अनुदान पर महज साढ़े चार लाख रुपये में दिया जाना है. भूमिहीनों को प्रथम किस्त में डेढ़ लाख रुपये देने होंगे, जबकि बाकी पैसा आसान किस्तों में जमा करना होगा. फ्लैट के 70 प्रतिशत कमरों को भूमिहीनों के बीच अनुदान पर आवंटित किया जायेगा.
ताकि भूमिहीनों को उक्त फ्लैट में बसाया जा सके, जबकि 30 प्रतिशत कमरों को निजी लोगों को दिया जायेगा. परंतु अब तक जमीन नहीं मिलने के कारण फ्लैट नहीं बन सका है.
यह योजना है
नगर परिषद की ओर से शहरी क्षेत्र के भूमिहीनों के लिए फ्लैट बनाने की योजना है
यह सुविधा होनी है
फ्लैट में पानी, बिजली, शौचालय सहित सड़क, गार्डेन, छोटा ग्राउंड बनना है
यहां पर पेंच है
चाहा में भूमि चिह्नित हुआ था, भूमि पथरीला होने के कारण रिजेक्ट कर दिया गया.
posted by : sameer oraon