गुमला के किसानों ने सरकार को दिया अल्टीमेटम, हमारा पैसा दे या फिर धान वापस करे
किसानों ने सरकार से कहा है. अगर पैसा नहीं दे पा रहे हैं, तो हमारा धान वापस कर दें. खोरा पंचायत के किसान सबसे ज्यादा गुस्सा में हैं. किसानों ने तो सड़क पर उतरने की धमकी भी दी है. खोरा गांव के किसान लखन प्रसाद साहू को छह माह से लैंपस के द्वारा उनके धान के मूल्य के लिए दौड़ाया जा रहा है. श्री साहू ने कहा कि उनके 40 क्विंटल धान के एवज में 83000 रुपये बकाया है जो अब तक नहीं मिला. जिस कारण धान बीज खरीदने में काफी परेशानी हो रही है.
गुमला : किसानों ने सरकार को धान बेचा. परंतु अभी तक किसानों को पूरा पैसा नहीं मिला है. अब खेती-बारी का समय शुरू हो गया है. बीज व खाद खरीदना है. परंतु कई किसानों के पास पैसा नहीं है. जिससे वे बीज व खाद खरीद कर खेती शुरू कर सके. किसी किसान का 20 हजार तो किसी का एक लाख रुपये से अधिक बकाया है. सरकार द्वारा धान का पैसा नहीं देने से किसानों में आक्रोश है.
किसानों ने सरकार से कहा है. अगर पैसा नहीं दे पा रहे हैं, तो हमारा धान वापस कर दें. खोरा पंचायत के किसान सबसे ज्यादा गुस्सा में हैं. किसानों ने तो सड़क पर उतरने की धमकी भी दी है. खोरा गांव के किसान लखन प्रसाद साहू को छह माह से लैंपस के द्वारा उनके धान के मूल्य के लिए दौड़ाया जा रहा है. श्री साहू ने कहा कि उनके 40 क्विंटल धान के एवज में 83000 रुपये बकाया है जो अब तक नहीं मिला. जिस कारण धान बीज खरीदने में काफी परेशानी हो रही है.
उन्होंने उपायुक्त से अपने धान वापस करने की मांग की है. किसान पारस कुमार साहू का 100200, परमेश्वर नाथ साहू का 100200, मदन साहू का 102000, आशा देवी का 82 हजार, कंचन देवी का 82 हजार बकाया है. वहीं पालकोट प्रखंड के केउंदटोली के किसान चंदन उरांव ने बताया कि उन्होंने लैंपस पालकोट में 40 क्विंटल धान बेचा था. उसमें 40 हजार मिला है.
कामडारा प्रखंड के झारो गांव के किसान प्रदीप नाथ ने कहा कि फरवरी व मार्च माह में 40 क्विंटल धान सरकार को बेचा था. 40 हजार मिला. अभी भी 40 हजार से अधिक पैसा बकाया है. इधर, पालकोट लैंपस के सचिव प्रमोद साहू ने कहा कि खेती-बारी शुरू करने से पहले किसानों के खाता में पैसा आ जायेगा.
किसानों के बकाया पैसा नहीं मिल रहा
गुमला जिले के लैंपसों में अभी भी धान पड़ा हुआ है. कंपनियों द्वारा धान की उठाव नहीं किया गया है. जिस कारण किसानों को पैसा नहीं मिल रहा है. अभी भी 50 प्रतिशत पैसा बकाया है. गुमला जिला में नवंबर माह से धान का क्रय शुरू हुआ था. किसानों से 127772.14 क्विंटल धान बेचा है. जिसमें लैंपसों से 73532.77 क्विंटल धान का उठाव राइस मिल द्वारा किया गया है. अभी भी लैंपस में 54239.37 क्विंटल धान पड़ा हुआ है.
गुमला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार 26 करोड़ रुपये किसानों को देना है. जिसमें आधा पैसा दे दिया गया है. आधा पैसा के भुगतान की प्रक्रिया चल रही है. जिला आपूर्ति पदाधिकारी गुलाम समदानी ने कहा कि लैंपस से धान उठाव धीरे-धीरे हो रहा है. जल्द किसानों को उनका बकाया पैसा मिल जायेगा.
Posted By : Sameer Oraon