मृतक के छोटे भाई ओमप्रकाश केसरी ने बताया कि कुछ महीनों से उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी. कांके से उसका इलाज भी चल रहा था. वह रांची में रह कर जेपीएससी की तैयारी करता था. वर्ष 2020 के लॉकडाउन के पहले भरनो आया था. तब से वह डिप्रेशन में रहता था. यहां बतातें चलें कि मृतक संतोष केसरी ने आर्थिक तंगी में अपनी पढ़ाई पूरी की थी और वह 2016-17 की पांचवीं जेपीएससी परीक्षा में पीटी व मेंस निकाल चुका था.
परंतु ओरल नहीं निकाल पाया था. उसका सपना प्रशासनिक अधिकारी बनना था. दूसरी नौकरी वह नहीं करना चाहता था. लोग बताते हैं कि रांची के किसी होटल में काम करता था और वह जेपीएससी की तैयारी करता था. उसके घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. उसकी मां चमेली देवी की भी मानसिक स्थिति ठीक नहीं रहती है. इसलिए वह डिप्रेशन में जी रहा था. मेहनत करने के बाद भी वह सफल नहीं हो सका. इस कारण उसने आत्महत्या कर ली. इधर संतोष की मौत से पूरे गांव में शोक की लहर है. हर कोई संतोष जैसे होनहार युवक की मौत से दुखी है.