गुमला, जगरनाथ पासवान : पोषण माह गतिविधियों के संचालन में गुमला जिला पिछले तीन साल से पूरे झारखंड में अव्वल है. वित्तीय वर्ष 2020-21 तथा 2021-22 की तरह ही वित्तीय वर्ष 2022-23 में भी पोषण माह गतिविधियों के संचालन में गुमला जिला को प्रथम स्थान मिला है. वहीं दूसरे स्थान पर देवघर, तीसरे पर दुमका, चौथे पर पलामू और पांचवे स्थान पर लातेहार जिला है.
2018 में अभियान की शुरुआत
बता दें कि बच्चों में कुपोषण की समस्या को दूर करने तथा गर्भवती महिलाओं को खानपान में पौष्टिक आहार का सेवन कर खुद को और जन्म लेने वाले बच्चों को कुपोषण से दूर रखने के लिए समाज कल्याण विभाग द्वारा हर साल सितंबर माह में पूरे माह पोषण अभियान चलाया जाता है. अभियान की शुरुआत वर्ष 2018 में हुई है. अभियान के तहत विभाग द्वारा विभिन्न प्रकार की गतिविधियों की जाती है. उन गतिविधियों को भारत सरकार द्वारा कैलेंडर के माध्यम से जारी किया जाता है.
गुमला जिला को मिला पहला स्थान
साथ ही राज्यवार सभी जिलों के गतिविधियों को पोर्टल पर अपलोड भी किया जाता है. जिसके तहत समाज कल्याण विभाग गुमला द्वारा गत वर्ष सितंबर माह में जिला मुख्यालय से लेकर गांवों तक में लगने वाले हाट-बाजारों में पोषण संबंधित जागरूकता अभियान चलाया गया. नुक्कड़ नाटक किया गया. कुपोषित बच्चों एवं गर्भवती माताओं को उनके घर जाकर उचित खानपान के लिए प्रेरित किया गया. पौष्टिक आहार से संबंधित विभिन्न प्रकार के गतिविधि करने के साथ ही जिले भर से कुपोषित बच्चों को चिह्नित कर जिले के चार एमटीसी केंद्रों में कुल 427 बच्चों का समुचित इलाज करने के बाद स्वस्थ कर घर भेजा गया. जिला समाज कल्याण विभाग द्वारा उपरोक्त गतिविधियों को वृहत स्तर पर किया गया. जिसमें काफी संख्या में आमजनों ने सहभागिता भी सुनिश्चित किया. जिसे देखते हुए गुमला जिला को प्रथम स्थान मिला.
मंत्री ने डीएसडब्ल्यूओ को किया सम्मानित
पिछले दिनों रांची में समाज कल्याण विभाग, रांची की समीक्षा बैठक आयोजित थी. जिसमें विभागीय मंत्री जोबा मांझी समेत विभाग के सीनियर अधिकारी से लेकर जिला स्तर तक के अधिकारी शामिल हुए थे. इस बैठक में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी (डीएसडब्ल्यूओ) गुमला सीता पुष्पा को विभागीय मंत्री जोबा मांझी ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया.
तीन साल से पाेषण माह गतिविधियों का हुआ आयोजन
गुमला के डीएसडब्ल्यूओ सीता पुष्पा ने कहा कि हमारा प्रयास है कि हम अपना बेहतर से भी बेहतर प्रदर्शन करें. कुपोषण गुमला जिला की एक बड़ी समस्या रही है. इसके निदान के लिए उपायुक्त एवं उपविकास आयुक्त, गुमला के मार्गदर्शन और निर्देशन तथा सीडीपीओ, महिला पर्यवेक्षक एवं सेविका-सहायिका के कठिन परिश्रम के परिणाम स्वरूप गुमला जिला लगातार तीन वर्षों से पोषण माह गतिविधियों के आयोजन में बेहतर प्रदर्शन कर रहा है.