गुमला : पालकोट प्रखंड स्थित नाथपुर गांव के किसान टूना उरांव के तीन बच्चे गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं. गरीबी के कारण इनका इलाज नहीं हो रहा है. गरीबी और इलाज के अभाव में पूर्व में बड़ी बहन की मौत हो चुकी है. इससे परिवार के लोग तीनों भाई-बहन के बीमार होने से डरे हुए हैं.
जानकारी के अनुसार टूना उरांव के चार बच्चों में बड़ी बेटी पूजा जो गंभीर रोग से ग्रसित थी. उसकी मौत हो चुकी है. अभी छोटू उरांव (15), मिलन उरांव (13) और लक्ष्मी कुमारी (8) है. ये तीनों भी गंभीर रोग से ग्रसित हैं. टूना उरांव ने बताया कि मेरे पास न तो बीपीएल है और न ही इलाज कराने के लिए रुपया है.
थोड़ा-बहुत खेतीबारी है. जिससे अपनी जीविका चलाते हैं. उन्होंने बताया कि रविवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पालकोट में इन तीनों को इलाज के लिए ले गये थे. चिकित्सक ने दूसरे दिन आने को कहा है. इधर, प्रभात खबर प्रतिनिधि को जब इसकी सूचना मिली तो वे गांव पहुंचें. वहीं नाथपुर जाने के क्रम में प्रतिनिधि को प्रखंड कल्याण पदाधिकारी बालेश्वर राम मिले.
उन्होंने प्रतिनिधि से मामले के संबंध में पूछा. जानकारी देने पर कल्याण पदाधिकारी ने पीड़ित परिवार को अपने विभाग से हर संभव मदद करने की बात कही. वहीं सीएचसी के चिकित्सक डॉ नरेंद्र कुमार ने कहा कि नाथपुर गांव से तीन बच्चे आये थे. उन्हें खांसी थी. रविवार को अस्पताल में सिर्फ वाह्रय ओपीडी चलता है. अस्पताल के लैब में रविवार के कारण छुट्टी थी.
इसलिए मैंने बच्चे के पिता को सोमवार को आने की बात कही है. जब तक जांच नहीं करायेंगे. तब तक हम कैसे बतायेंगे, कि कौन सी बीमारी है. वहीं टूना उरांव ने प्रखंड प्रशासन से मदद की गुहार लगायी है. जिससे तीनों बच्चों की बीमारी ठीक हो सके.
posted by : sameer oraon