गुमला के पुलिसकर्मी जान हथेली पर रख कर निभा रहे हैं अपना कर्तव्य, पुलिस चौकी, मेंस कार्यालय का हाल बेहाल
टूटकर गिर रही छत, दीवार में पड़ गयी दरार, कभी भी ध्वस्त हो सकता है भवन. भवन चारों ओर पेड़ से ढका हुआ है. जर्जर भवन के ऊपर पेड़ भी गिरने का डर है. भवन की छत के ऊपर घास फूस उग आया है. कभी मरम्मत भी नहीं की गयी है.
गुमला के 50 से अधिक पुलिस अधिकारी व जवान जान हथेली पर रखकर डयूटी कर रहे हैं. जिस भवन के अंदर पुलिस अधिकारी व जवान बैठते हैं. वह भवन कंडम हो गया है. कभी भी ध्वस्त हो सकता है. जिससे पुलिसकर्मियों के घायल होने व जान जाने का डर है. हम बात कर रहे हैं नगर पुलिस चौकी (टीओपी, विशेष शाखा व पुलिस मेंस एसोसिएशन गुमला के कार्यालय का. यह भवन कचहरी परिसर के पीछे मुख्य सड़क के किनारे स्थित है.
इसी भवन के सामने से होकर डीसी, एसपी सहित जिले के वरीय अधिकारी गुजरते हैं. परंतु कभी इस भवन की मरम्मत कराने या फिर पुराने जर्जर भवन को तोड़कर नये सिरे से बनवाने की पहल नहीं की गयी है. जिस कारण इन तीनों कार्यालयों में डयूटी करने वाले पुलिसकर्मी मुसीबतों के बीच काम कर रहे हैं. कई बार इस भवन को बनाने की मांग की गयी. परंतु किसी ने इसपर पहल नहीं की है. अभी भवन की छत टूटकर गिर रही है. दीवार में दरार पड़ गयी है. यह भवन जिस स्थिति में है.
कभी भी ध्वस्त हो सकता है. क्योंकि भवन चारों ओर पेड़ से ढका हुआ है. जर्जर भवन के ऊपर पेड़ भी गिरने का डर है. भवन की छत के ऊपर घास उग आयी है. इस भवन की कभी मरम्मत भी नहीं की गयी है. मुख्य सड़क के किनारे होने के कारण सिर्फ सामने की दीवार पर सरकारी योजनाओं का प्रचार प्रसार के लिए स्लोगन लिख दिया जाता है. साथ ही कार्यालय का नाम मोटे अक्षरों पर लिखा है. परंतु भवन के अंदर का पूरा हिस्सा खोखला है.
पानी टपकता है :
बारिश होने पर छत से पानी टपकता है. पानी के रिसाव से लकड़ी का हिस्सा सड़ गया है. जिससे छत की लकड़ी भी टूटकर गिर रही है. छत एजबेस्टस का है. परंतु भवन के अंदर एजबेस्टस न दिखे. इसके लिए लकड़ी का प्लाईवुड लगा दिया गया है जो सड़कर गिर रहा है. वर्षो पुराना एजबेस्टस होने के कारण यह भी कमजोर होकर टूटने लगा है.