अखबार और इडली बेचकर बच्चों को शिक्षा दे रही है गुमला की सीता देवी, मैट्रिक परीक्षा में बेटी बनी थी जिला टॉपर

मां सीता देवी की मेहनत को देखते हुए उनकी बेटियां भी अच्छी पढ़ाई कर रही है. 2022 के मैट्रिक परीक्षा में बेटियों ने बेहतर प्रदर्शन किया था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 8, 2023 9:05 PM
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गुमला, दुर्जय पासवान:

गुमला के पालकोट थाना के पिंजराडीपा निवासी सीता देवी अखबार बेचकर अपनी बेटियों को अच्छी शिक्षा दे रही है. सीता देवी के काम में उसके पति केश्वर सिंह भी मदद करते हैं. केश्वर पिंजराडीपा में एक छोटा होटल भी चलाते हैं. यह गुमला जिला के लिए मिसाल है. बेटियों की पढ़ाई के लिए मां अखबार बेचती है. अखबार का हॉकर बनकर वह दूसरी महिलाओं के लिए भी प्रेरणा स्रोत बन गयी है.

वहीं, दूसरी ओर मां की मेहनत को देखते हुए उनकी बेटियां भी अच्छी पढ़ाई कर रही है. 2022 के मैट्रिक परीक्षा में बेटियों ने बेहतर प्रदर्शन किया था. शिक्षा के प्रति परिवार के लगन को देखते हुए शुक्रवार को प्रभात खबर कार्यालय में प्रमाण पत्र व मेडल देकर सम्मानित किया गया. बता दें कि केश्वर सिंह व उनकी पत्नी सीता देवी अखबार के अलावा चना व इडली भी बेचती है. उनकी बड़ी बेटी अकांक्षा कुमारी ने इस वर्ष मैट्रिक में 95 प्रतिशत अंक लाकर जिला टॉपर बनी थी.

वहीं, उसका बड़ा बेटा मनीष सिंह वर्तमान में बीए की पढ़ाई व छोटी बेटी आठवीं कक्षा में है. जबकि उसका छोटा बेटा पैसे कि तंगी के कारण इंटर पास कर पढ़ाई छोड़ दिया. प्रभात खबर कार्यालय में तीनों भाई बहन अकांक्षा, राधिका व मनीष को प्रमाण पत्र व मेडल देकर सम्मानित किया गया है.

अखबार बेचकर पढ़ाई की और टॉपर बनीं

अकांक्षा कुमारी ने कहा कि जब वह आठवीं व नौंवी कक्षा में थी. तब वह घरों में जा-जा कर पेपर बांटती थी और पढ़ाई करती थीं. उसी पैसे को जमा कर मैंने मैट्रिक की परीक्षा दी. उसने कहा कि मैं आइएएस बनना चाहती हूं.

बैंक से ऋण लेकर बेटी को रांची में पढ़ा रही हूं

सीता देवी ने कहा कि मैंने पेपर, चना व इडली बेच कर अपने चारों बच्चों को शिक्षा दिला रही है. वर्तमान में आर्थिक तंगी के कारण मेरा छोटा बेटा तरूण सिंह इंटर पास करके पढ़ाई छोड़ दिया है. बच्चों की पढ़ाई पैसों की वजह से न रूके इसके लिए बैंक लोन लिया है. वर्तमान में मेरी बेटी अकांक्षा रांची के कॉन्वेंट से पढ़ाई कर रही है. वहीं मनीष घर-घर जाकर पेपर बांट कर पढ़ाई जारी रखा है. सीता देवी ने अपने बच्चों की पढाई के लिए जिला प्रशासन से स्कॉलरशिप की मांग की है

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