गुमला (दुर्जय पासवान) : झारखंड के घोर उग्रवाद प्रभावित जिला गुमला के पालकोट थाना व सुरसांग थाना के बॉर्डर इलाके में भाकपा माओवादियों के होने की सूचना पर पुलिस ने छापामारी अभियान चलाया. इसका नेतृत्व गुमला के पुलिस अधीक्षक हृदीप पी जनार्दनन कर रहे थे.
उनके साथ एएसपी बीके मिश्रा, एसडीपीओ कुलदीप कुमार व सुरसांग के थानेदार सहित पुलिस जवान थे. एसपी पुलिस टीम के साथ करंजपुर, गलगल चट्टान, चगरिलुटा, खरवाडीह, सुंदरीडीह, बाजरा सहित कई गांव पहुंचे. इन गांवों के जंगल व पहाड़ों में नक्सलियों की तलाश की.
ये सभी इलाके घने जंगलों व पहाड़ों के बीच है. पूरा इलाका भूलभुलैया के समान है. एसपी इन इलाकों में पैदल भी चले. हालांकि, कहीं कोई नक्सली नहीं मिला. छापामारी अभियान के दौरान गुमला के एसपी ने इन गांवों के लोगों से मुलाकात की. उनकी परेशानियों के बारे में जाना.
एसपी ने गांव के बुजुर्गों के बीच कंबल, साड़ी, लुंगी का वितरण किया. युवक-युवतियों को खेल सामग्री दी. बाइक से गांव में पहुंचे एसपी के साथ चल रहे जवान बाइक पर ही गांव के लोगों की जरूरत के सामान लेकर आये थे. एसपी ने ग्रामीणों से कहा कि आप लोग अपने गांवों को नक्सलमुक्त बनाना चाहते हैं. खुशहाल रहना है, तो नक्सलियों की सूचना दें.
उन्होंने कहा कि नक्सलियों के बारे में जानकारी देने वालों का नाम गुप्त रखा जायेगा. साथ ही उन्हें इनाम भी दिया जायेगा. एसपी ने कहा कि नक्सली किसी के अपने नहीं होते. उन्हें सिर्फ लेवी का पैसा चाहिए. उस पैसे से नक्सली अपने परिवार की परवरिश चोरी-छिपे करते हैं. परंतु, गांव के लोगों को हमेशा नुकसान पहुंचाते हैं. उनकी मंशा विकास के काम को रोकना है.
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एसपी ने कहा कि अगर नक्सली पकड़े जाते हैं, तो आपके गांव में जितने भी विकास के काम रुके हुए हैं, वे तेजी से होंगे और आप लोगों को चलने के लिए अच्छी सड़क मिल जायेगी. पुल-पुलिया का भी निर्माण हो जायेगा, जिससे बारिश के दिनों में आपको मुश्किलें नहीं होंगी. आपकी गाड़ियां आराम से आपके गांव तक पहुंच जायेंगी.
Posted By : Mithilesh Jha