समर अभियान और यूडीआईडी की समीक्षा बैठक गुरुवार को डीसी सुशांत गौरव की अध्यक्षता में हुई. डीसी ने सिविल सर्जन को दिव्यांगता की भौतिक सत्यापन के लिए पाट क्षेत्रों तक पहुंचने का निर्देश दिया. कहा कि सरकारी योजना का लाभ जिले के हर योग्य लाभुक को मिले.
यह सुनिश्चित करना हम सबों की जिम्मेवारी है. वहीं डीसी ने एडीपीओ को सरकार आपके द्वार के तहत लगे शिविर में दिव्यांगों की सूची 27 अक्टूबर तक सभी प्रखंडों के बीडीओ को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. साथ ही डीएसडब्ल्यूओ एवं जेएसएलपीएस डीपीएम को अपने विभाग से दिव्यांगों को चिन्हित कर सूची बनाने का निर्देश दिया. दिव्यांगों की प्राप्त सूची के आधार पर दिव्यांगता यूडीआईडी कार्ड बनी है या नहीं इसकी जांच करने का भी निर्देश दिया. तकि दिव्यांगों को दिव्यांगता प्रमाण पत्र दिया जा सके.
इस दौरान डीसी ने दिव्यांगों को आरक्षण के तहत नियुक्ति लाभ भी दिलाने पर विशेष बल दिया. कहा कि दिव्यांगों के लिए भी आरक्षण निर्धारित है. इस संबंध में डीसी ने एडीएसएस को सभी विभागों को पत्र निर्गत करने का निर्देश दिया. वहीं समर अभियान की समीक्षा में डीसी ने समर अभियान की गतिविधियों की समीक्षा की. बताया गया कि अभियान के तहत 1.43 लाख लोगों का जांच किया गया है.
जांच की डाटा इंट्री के संबंध में पूछे जाने पर बताया गया कि 93 हजार लोगों की डाटा इंट्री नहीं की गयी है. इस पर डीसी ने डाटा इंट्री की धीमी गति पर नाराजगी जतायी. डीसी ने जल्द ही डाटा इंट्री का कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया. डाटा इंट्री नहीं होने पर जेएसएलपीएस को डाटा इंट्री कराने का निर्देश दिया. इसके अतिरिक्त डीसी ने सैम (अति कुपोषित बच्चे), मैम (कुपोषित) बच्चों का साप्ताहिक समीक्षा करने, पोषण लड्डु योजना का प्रचार प्रसार कराने,
सभी विद्यालयों में डीजीटल वेट मशीन एवं हेल्थ मशीन खरीदने का भी निर्देश दिया. यूडीआईडी की समीक्षा में डीसी ने यूडीआईडी कार्ड बनाने के लिए तिथि निर्धारित कर शिविर लगाने का निर्देश दिया. बैठक में सिविल सर्जन डॉक्टर राजू कच्छप, डीएसई मोहम्मद वसीम अहमद, डीएसडब्ल्यूओ सीता पुष्पा सहित अन्य उपस्थित थे.