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झारखंड के इस शहर में टैक्स देने के बाद भी गांव से बदतर सुविधाएं, आक्रोशित लोगों ने कही ये बात

Jharkhand News: 15 अक्टूबर 2021 को मैनाबेड़ा से कुछ दूरी पर बसे मोहल्ले में बांस के तार में झूल रहे 11 हजार वोल्ट के बिजली की तार की चपेट में आने से 12 मजदूर घायल व चार मजदूर की मौत हो गयी थी. इस घटना के बाद खड़ियापाड़ा मैनाबेड़ा के लोग अपने मोहल्ले के झूले हुए तार को देखकर दहशत में रहते हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 17, 2022 12:45 PM

Jharkhand News: झारखंड के गुमला शहर में खड़ियापाड़ा मैनाबेड़ा मोहल्ला है. कहने को यह मुहल्ला शहर में है. नगर परिषद के अधीन आता है, परंतु इस मोहल्ले की जो समस्या और हालत है. वह गांव से भी बदतर है. इस मोहल्ले में तेजी से घर बने हैं. कभी वीरान रहने वाला मैनाबेड़ा में आज 26 घर हैं. इन 26 परिवारों द्वारा सरकार को हर तरह का टैक्स दिया जा रहा है, परंतु इस मोहल्ले में न पीने के लिए पानी की सुविधा है और न चलने के लिए पक्की सड़क. बरसात में खेत की पगडंडी व कच्ची मिट्टी से होकर लोग सफर करते हैं. बिजली पोल भी नहीं पहुंचा है. बांस के पोल के सहारे लोग तार अपने घरों तक ले गये हैं. जिससे तार झूलता रहता है. पानी, बिजली व सड़क के लिए लोग नगर परिषद का चक्कर काट रहे हैं.

15 अक्टूबर 2021 को मैनाबेड़ा से कुछ दूरी पर बसे मोहल्ले में बांस के तार में झूल रहे 11 हजार वोल्ट के बिजली की तार की चपेट में आने से 12 मजदूर घायल व चार मजदूर की मौत हो गयी थी. इस घटना के बाद खड़ियापाड़ा मैनाबेड़ा के लोग अपने मोहल्ले के झूले हुए तार को देखकर दहशत में रहते हैं. लोग को तार टूटकर गिरने व झूल रहे तार से सटने का डर बना रहता है. सबसे ज्यादा डर बच्चों का रहता है जो खुले ग्राउंड पर खेलते कूदते रहते हैं.

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भाजपा एसटी मोर्चा के जिला अध्यक्ष देवेंद्रलाल उरांव ने कहा कि ग्रामीणों की मांग जायज है. सैकड़ों तार 4-5 फीट नीचे झूल रहे हैं. कई बार मांग करने के बावजूद तार के लिए पोल व नया ट्रांसफॉर्मर नहीं लगाया गया है. देवेंद्र ने तुरंत बिजली विभाग के अधिकारी से बात को संज्ञान में देते हुए जल्द बिजली तार को दुरूस्त कराते हुए ट्रांसफॉर्मर लगवाने की बातें कहीं. महामंत्री रामवातार भगत ने कहा जल्द प्रशासन को समस्त विषय की जानकारी दी जायेगी. समस्या की सुनवाई जल्द नहीं की जाती है, तो आंदोलन किया जायेगा.

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मोहल्ले की पूनम टोप्पो ने बताया कि कुछ दिन पूर्व ही 11 हजार बिजली का तार से 12 मजदूर घायल हो गये थे और चार लोगों की मौत हो गयी थी. ग्रामीणों ने आसपास झूल रहे तार को ठीक कराने की मांग की थी, परंतु सुनवाई नहीं हुई. शिवकुमार सिंह ने कहा कि मुहल्ले में बैठक कर वार्ड क्षेत्र के विकास पर चर्चा की गयी है. समस्या से प्रशासन को अवगत कराया, परंतु समस्या दूर नहीं हो रही है. कांति टोप्पो ने कहा कि हम लोंगों को बिजली विभाग से कनेक्शन मिला हुआ है, लेकिन बिजली का पोल नहीं मिलने के कारण बांस के खंभे के सहारे तार को लाना पड़ा है. प्रेम कुजूर ने बताया कि बरसात के दिनों में बांस का खंभा भी टूट जाता है. तार खुले में होने के कारण भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. कई बार कई पशु की जान जा चुकी है. नेतारेन किंडो, हाबिल बारला, जान मिंज ने कहा कि मुहल्ले में कच्ची सड़क से परेशानी हो रही है. बरसात में दिक्कत होती है. सप्लाई पानी का पाइप भी मोहल्ले में नहीं बिछाया गया है. मोहल्लेवासियों का कहना है कि वे टैक्स देते हैं, तो उन्हें प्रशासन सुविधाएं भी मुहैया करवाये.

रिपोर्ट: जगरनाथ/जॉली

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