बारिश होते ही नरक बन गयी गुमला के हरिओम कॉलोनी वालों की जिंदगी, घर बन गया तालाब

कई परिवार तो घर छोड़ कर दूसरे घरों में आश्रय लिये हुए हैं. घर तालाब बन गया है. एक से डेढ़ फीट तक पानी भर गया है. बारिश के पानी के साथ छोटी मछलियां, मेढक व बरसाती कीड़े भी घर में घुस गये. सांप, बिच्छू के भी घर में घुसने का डर है. यहां बता दें. आज से 20 साल पहले मुहल्ले से होकर नहर गुजरती थी. परंतु समय बदला. आबादी बढ़ी. हरिओम कॉलोनी की जमीन बिक गयी.

By Prabhat Khabar News Desk | June 22, 2021 1:13 PM

गुमला : ये अपना गुमला है. बारिश में जिंदगी नरक बन जाती है. हम बात कर रहे हैं, हरिओम कॉलोनी की. यह मुहल्ला शहर में है. रिहायसी मुहल्ला है. परंतु कुछ लोगों के कारण पूरे मुहल्लेवालों की जिंदगी नरक बन गयी है. बारिश होते ही मुहल्ला का नक्शा बदल जाता है. ऐसा ही नजारा सोमवार को दिखा. बारिश से मुहल्ले की सड़क जलमग्न हो गयी. घरों में पानी घुस गया.

कई परिवार तो घर छोड़ कर दूसरे घरों में आश्रय लिये हुए हैं. घर तालाब बन गया है. एक से डेढ़ फीट तक पानी भर गया है. बारिश के पानी के साथ छोटी मछलियां, मेढक व बरसाती कीड़े भी घर में घुस गये. सांप, बिच्छू के भी घर में घुसने का डर है. यहां बता दें. आज से 20 साल पहले मुहल्ले से होकर नहर गुजरती थी. परंतु समय बदला. आबादी बढ़ी. हरिओम कॉलोनी की जमीन बिक गयी.

लोगों ने घर बनाया तो नहर पर भी अतिक्रमण कर लिया. मुहल्ले के लोग कहते हैं. सरकारी नहर थी. परंतु प्रशासन के पास सरकारी नहर का कोई दस्तावेज नहीं है. इस कारण, हर साल बारिश में यह मुहल्ला जलमग्न हो जाता है. हालांकि नाली बनी है. परंतु नाली मुहल्ले तक सीमित है. नाली का पानी निकलने के लिए रास्ता नहीं है. मुहल्ले के लोग 10 वर्षों से नाली का पानी निकासी के लिए आंदोलन कर रहे हैं. सड़क जाम भी की थी. प्रशासन ने वादा किया था. समस्या दूर होगी. परंतु अधिकारी आये और गये. समस्या नहीं बदली. आज भी लोग नरक की जिंदगी जी रहे हैं.

घरों में घुसा पानी, खाने-पीने का सामान बर्बाद :

शहर के वार्ड नंबर 18 में हरिओम कॉलोनी है. सोमवार को हुई तेज बारिश से नाले का पानी लोगों के घर में घुस गया. लोगों के घर में रखे चावल, गेहूं व आटा भींग गया है. पलंग तक पानी सट गया. घर के कई सामान बर्बाद हो गये. स्थानीय निवासी बबीता देवी, विजय कुमार, शकुंतला देवी, बूचन, प्रमोद सिंह, कंचन कुमारी, संतोष, अभय गुप्ता ने कहा कि विगत छह साल से हम लोग इसी प्रकार जी रहे हैं. कुछ लोगों ने नहर पर अतिक्रमण कर लिया है. जिस कारण मुहल्ले से पानी निकल नहीं पा रहा है.

इधर, यह मुहल्ला भी हुआ परेशान :

महिला कॉलेज व अस्पताल के पीछे शास्त्री नगर का कुछ हिस्सा है. यह इलाका भी रिहायसी है और हरिओम कॉलोनी से सटा है. इस मुहल्ले के लोग भी परेशान हैं. बारिश का पानी सड़क पर भरा हुआ है. लोग खुद कुदाल लेकर काम करते नजर आये. बलकू उरांव ने कहा कि मैं 15 साल से शास्त्री नगर में रह रहा हूं. रोड में बहुत पानी जमा है. कच्ची सड़क है. पानी का निकासी नहीं हो रहा है. सड़क पक्की नहीं रहने से भी परेशानी हो रही है. कोई हमारी मदद करें.

मच्छर बढ़े, बीमारी का डर :

हरिओम कॉलेनी व उससे सटे शास्त्री नगर के कुछ इलाकों की सड़क जलमग्न हो गयी है. नाली का कचरा भी सड़क पर जमा हो गया है. इससे मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है. लोग इस बात से डरे हुए हैं कि कहीं बीमारी न फैल जाये. इधर, लोग परेशान हैं. जिंदगी खतरे में हैं. परंतु कोई इस मुहल्ले का हाल जानने नहीं पहुंचा.

  • सरकारी नहर पर अतिक्रमण, बारिश से सड़क जलमग्न, घरों में घुसा पानी.

  • बारिश के पानी के साथ छोटे मछली, मेढक व बरसाती कीड़े भी घर में घुसे.

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