झारखंड विधानसभा में हेमंत सरकार ने कहा- ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई राज्य में किसी की मौत
झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र में हेमंत सरकार ने दावा किया कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर में राज्य में किसी की मौत ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुई है. वहीं, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि ICMR ने दिशा-निर्देश जारी करता, तो देश में मौत का सही आंकड़ा का पता चल जाता.
Jharkhand Vidhansabha Monsoon Session 2021 (रांची) : झारखंड विधानसभा मानसून सत्र के तीसरे दिन हेमंत सरकार ने सदन को बताया कि कोरोना काल के दौरान ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत नहीं हुई है. चंदनकियारी के BJP विधायक अमर कुमार बाउरी द्वारा सदन में पूछे गये अल्पसूचित प्रश्न पर सरकार ने जवाब दिया. वहीं, सरकार ने बताया कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर में अब तक 5132 लोगों की मौत हुई है, लेकिन ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत नहीं हुई है.
साथ ही बताया गया कि राज्य में 72 हॉस्पिटल में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित हो रहे हैं. इसके तहत PM केयर फंड के तहत विभिन्न जिलो में 38 ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने पर काम चल रहा है. वहीं, 34 हॉस्पिटल में राज्य सरकार ऑक्सीजन प्लांट लगा चुकी है. इसके अलावा 16 प्राइवेट हॉस्पिटल में भी आॅक्सीजन प्लांट लगाया गया है. इस तरह से देखा जाये तो राज्य के सरकारी और गैर सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में कुल 88 ऑक्सीजन प्लांट होंगे.
ICMR दिशा-निर्देश जारी करता, तो मौत का सही आंकड़ा पता चलता : बन्ना गुप्ता
वहीं, झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने केंद्र पर ठीकरा फोड़ते हुए कहा कि अगर भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (Indian Council of Medical Research – ICMR) दिशा-निर्देश जारी किये होते, तो काेरोना से मौत का सही आंकड़ा पता चलता. वहीं, पिछले दिनों अपने दिये बयान के बारे में पूछने पर उन्होंने साफ किया कि आज भी वो इंकार नहीं कर रहे हैं कि देश में ऑक्सीजन की कमी से लाखों लोगों की जान गयी है.
बता दें पिछले दिनों राज्यसभा में कोरोना संक्रमण के दौरान ऑक्सीजन की कमी से लोगों की मौत की जानकारी मांगी गयी थी, जिस पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा था कि ऑक्सीजन की कमी से मौत मामले की सही जानकारी किसी भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश नहीं दे रही है. केंद्र के इस बयान के बाद इस मुद्दे पर जमकर हंगामा हुआ था. विपक्षी पार्टियां केंद्र पर हमला करते हुए ऑक्सीजन की कमी से होने वाली मौत का सही आंकड़ा स्वास्थ्य मंत्रालय को उपलब्ध नहीं कराने का आरोप लगा चुकी है.
Posted By : Samir Ranjan.