बिन ब्याही नाबालिग बनी मां मामले पर पुलिस ने किया केस दर्ज, अधिक उम्र दर्शा कर लगाया गया था काम में
मानव तस्करी की शिकार गुमला की नबालिग बेटी बनी मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है. पीड़ित नबालिग को सुरक्षित निर्मल छाया बालगृह में रखा गया है.
गुमला : मानव तस्करी की शिकार गुमला की नाबालिग बिन ब्याही मां बनी और दिल्ली में एक बच्ची को जन्म दिया. प्रभात खबर में समाचार छपने के बाद गुमला पुलिस ने मामले में केस दर्ज कर लिया है. दिल्ली पुलिस की कार्रवाई के बाद गुमला थाना में जीरो एफआइआर के तहत केस दर्ज किया गया है.
इस मामले में गुमला पुलिस ने अनुसंधान भी शुरू कर दी है. पुलिस के प्राथमिक अनुसंधान में पता चला है कि मानव तस्करी की शिकार हुई लड़की के साथ गुमला के ही एक युवक ने शारीरिक संबंध बनाया था. इसलिए, जब लड़की दिल्ली गयी तो वह गर्भवती हो गयी और जिस घर में वह घरेलू काम करती थी. वहीं उसके पेट में दर्द हुआ था. इसके बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया. अस्पताल में नाबालिग ने एक बेटी को जन्म दी.
इधर, गुमला सीडब्ल्यूसी ने इस मामले में दिल्ली पुलिस से फोन पर बात की. दिल्ली पुलिस ने बताया कि नाबालिग को सुरक्षित निर्मल छाया बालगृह में रखा गया है. सीडब्ल्यूसी गुमला की चेयरमैन कृपा खेस ने कहा कि दिल्ली सीडब्ल्यूसी से संपर्क करने का प्रयास किया जा रहा है. नाबालिग व नवजात बच्ची को गुमला लाया जायेगा. इसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.
अधिक उम्र दर्शा कर काम में लगाया गया :
बताया जा रहा है कि नाबालिग को जब दिल्ली ले जाया गया तो आधार कार्ड में उसका अधिक उम्र दर्शा कर उसे एक घर में घरेलू काम में रखा गया था. साथ ही लड़की की गरीबी का हवाला देकर उसे महीने में मानदेय पर काम दिलाया गया था. लड़की पहले से गर्भवती है. इसकी जानकारी घर मालिक को नहीं था. जब उसकी तबीयत खराब हुई. तब पता चला कि लड़की गर्भवती है.
इधर, दिल्ली में बिकने से बची दो नाबालिग :
बसिया प्रखंड की दो नाबालिग दिल्ली में बिकने से बच गयी. हटिया रेलवे स्टेशन में दोनों लड़कियों को बरामद किया गया. पुलिस ने दोनों लड़कियों को सीडब्ल्यूसी गुमला में प्रस्तुत किया. जहां दोनों लड़कियों को बालगृह में रखा गया है.
लड़कियों ने सीडब्ल्यूसी के समक्ष बयान दिया है कि 10 हजार रुपये प्रति महीना देने के नाम पर दोनों लड़कियों को दो महिला मानव तस्कर दिल्ली ले जा रही थी. उन्हें पैसे का लालच दिया गया था. दोनों की उम्र 13 साल है. अभी लॉकडाउन में स्कूल बंद है. इसलिए तस्करों के बहकावे में लड़कियां आ गयी थी. सीडब्ल्यूसी ने बताया कि दोनों लड़कियों के परिजनों को बुलाया गया है. पूछताछ के बाद लड़कियों को उनके परिजनों को सौंप दिया जायेगा.
पोक्सो एक्ट की दो पीड़ितों को मिला संरक्षण :
पोक्सो एक्ट की दो नाबालिग लड़कियों को सीडब्ल्यूसी के संरक्षण में रखा गया है. एक लड़की डुमरी प्रखंड व एक लड़की पालकोट प्रखंड की है. पुलिस ने दोनों लड़कियों को सीडब्ल्यूसी में प्रस्तुत किया है. सुरक्षा कारणों से सीडब्ल्यूसी की सुरक्षा में रखा गया है.
Posted By : Sameer Oraon