गुमला. धर्म नहीं बदला, तो एक परिवार का गांव में हुक्का पानी बंद कर दिया गया. यहां तक कि गांव वालों ने पूरे परिवार का बहिष्कार करते हुए मरनी, छठी या किसी भी कार्यक्रम में नहीं जाने का निर्णय लिया है. गांव से भी उक्त परिवार को निकालने का फरमान जारी कर दिया गया है. यह मामला गुमला जिले के सिसई प्रखंड स्थित आमकुली गांव का है. इस संबंध में पीड़ित सुधमान लोहरा ने सोमवार को गुमला एसपी व सिसई थानेदार को लिखित आवेदन सौंप कर सुरक्षा की गुहार लगायी है. सुधमान लोहरा ने कहा कि उसके वंशज 40 वर्षों से आमकुली गांव में रहते आ रहे हैं. उनका खपड़ा का घर है, जहां सरकारी आवास बनना है. परंतु गांव वाले सरकारी आवास बनने नहीं दे रहे हैं. यहां तक कि एक मुर्गी शेड भी बना था, जिसे तोड़ दिया गया. कहा कि गांव के कुछ लोग उसकी जमीन को हड़प कर एक धार्मिक स्थल बनाना चाह रहे हैं. सुधमान ने कहा है कि उसके पूरे परिवार को धर्म बदलने के लिए दबाव डाला गया. जब उसने इंकार कर दिया, तब गांव वालों ने उसके परिवार का बहिष्कार कर दिया है. गांव के लोग हुक्का पानी बंद कर उसके घर में आना जाना बंद कर दिये और अब गांव से निकलने की धमकी दे रहे हैं. इधर, सिसई थाना प्रभारी संतोष कुमार सिंह ने कहा कि सुधमान लोहरा की तरफ से थाना को किसी प्रकार की सूचना नहीं दी गयी है और न ही बहिष्कार से संबंधित कोई आवेदन दिया है. अगर पीड़ित परिवार आवेदन देता है, तो कार्रवाई करेंगे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है