Jharkhand News, गुमला न्यूज (जयकरण महतो) : झारखंड के गुमला जिले के जारी थाना के पुलुंग गांव की प्रीति तिर्की के शव को शनिवार को दिल्ली से गुमला लाया गया. परिजन व गांव के लोगों ने नम आंखों से प्रीति को दफनाया. प्रीति ने दिल्ली के रजौली में आत्महत्या कर ली थी. परिजन गरीबी के कारण शव लाने में असमर्थ थे. प्रभात खबर में खबर छपने के बाद झारखंड के मंत्री चंपई सोरेन ने गुमला जिला प्रशासन को प्रीति के शव को दिल्ली से गुमला लाने का निर्देश दिया था, लेकिन प्रशासन ने अनदेखी कर दी. आखिरकार परिजनों ने पैसे का जुगाड़ कर शव को दिल्ली से लाकर दफनाया. मृतका के परिजनों ने हत्या की आशंका जाहिर करते हुए जांच की मांग की है.
प्रभात खबर में समाचार छपने के बाद झारखंड के मंत्री चंपई सोरेन ने प्रीति की मौत पर दुख प्रकट करते हुए गुमला प्रशासन को निर्देश देते हुए दिल्ली से शव को गुमला लाने का निर्देश दिया था, परंतु मंत्री के निर्देश के बाद भी गुमला प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया. अंत में परिजन खुद पैसा का जुगाड़ कर शव को दिल्ली से गुमला लाये और पैतृक गांव पुलुंग में प्रीति का शव दफनाया.
जानकारी के अनुसार परिजनों ने एंबुलेंस बुक कर शव को पुलुंग मंगवाया. शनिवार की शाम शव पहुंचते ही गांव में मातम पसर गया. यहां बताते चलें कि मृतका के पिता की इच्छा थी कि उसकी बेटी का अंतिम संस्कार उसके पैतृक गांव में हो. दिल्ली से शव लाया जाये. इस खबर को प्रभात खबर में शनिवार को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था. उसके बाद भी उक्त परिवार की मदद के लिए किसी ने हाथ आगे नहीं बढ़ाया. मृतका की मां पुष्पा तिर्की ने बताया कि हम लोग दिल्ली से अपनी बेटी का शव अपने पैतृक गांव ले जाने में असमर्थ थे, लेकिन किसी ने सहयोग नहीं किया. परिजनों ने कहा कि यह लड़की फांसी नहीं लगा सकती है. इसके साथ जरूर कुछ गलत हुआ है. मां ने हत्या की आशंका व्यक्त करते हुए प्रशासन जांच कर न्याय दिलाने की गुहार लगायी है.
Posted By : Guru Swarup Mishra