गुमला : बेमौसम बारिश ने सब्जियों को नुकसान पहुंचाया है. अब पाला शुरू हो गया है. जिससे खेत में लगी सब्जियों पर असर पड़ रहा है. खेत में सब्जियों के खराब होने से किसान संकट में हैं. दूसरी तरफ जो कुछ सब्जी बाजार में आ रही है. उसकी कीमत भी बढ़ गयी है. महंगाई के कारण घर का बजट भी गड़बड़ा गया है. मध्यम वर्ग सबसे ज्यादा परेशान हैं.
आम लोगों की थाली से सब्जी गायब होती जा रही है. एक माह पहले जो टमाटर 20 रुपये किलो बिक रहा था. आज उसकी कीमत 60 रुपये हो गयी है. दो माह पहले 20 रुपये में बिकने वाला प्याज अब 40 रुपये हो गया है. लाल आलू की कीमत में कमी आयी है. 40 रुपये किलो बिकने वाला लाल आलू की कीमत घट कर 20 रुपये हो गयी है. हरे साग-सब्जियों की कीमत में उछाल हुआ है. इधर, किसानों व सब्जी विक्रेताओं की माने तो एक सप्ताह के बाद सब्जियों की कीमत और बढ़ सकती है. सब्जियों के कम उत्पादन व मौसम की मार से सब्जी के दाम बढ़ते हैं.
गुमला शहर के लोहरदगा रोड निवासी विनोद साहू ने कहा कि सब्जी के दाम बढ़ने से सबसे ज्यादा निचले व मध्यम वर्ग को फर्क पड़ता है. लक्ष्मण नगर निवासी रणधीर ठाकुर ने कहा कि हमलोग प्रत्येक दिन कमाने और खाने वाले लोग हैं. पूर्व से ही खाद्य सामग्री के दामों में आग लगी हुई है. ऊपर से सब्जी की दर दिन प्रतिदिन बढ़ रही है.
जिस कारण सब्जी खरीदारी करने के समय में हमें अपने बजट का ध्यान रखना पड़ता है. तर्री दीपाटोली निवासी शांति खलखों ने कहा कि इस प्रकार से सब्जी का दामों में वृद्धि होने से हमलोग सब्जी को सिर्फ देख पायेंगे. परंतु खरीद नहीं पायेंगे. एक समय था जब बाजार में सौ रुपये में एक थैला सब्जी हो जाती थी. परंतु अब एक सौ रुपये में महज दो सब्जी ही खरीद पाते हैं. लक्ष्मण नगर निवासी शोभा देवी ने कहा कि तेल के दामों में पहले से बढ़ोत्तरी है. ऊपर से सब्जी का दाम दिन प्रतिदिन भाग रहा है. जिससे हम लोगों को घर चलाने में काफी परेशानी हो रही है.
टमाटर 60 20
बंधागोभी 60 40
पत्तागोभी 60 30
मूली 25 10
परवल 60 40
फ्रेंचबीन 60 40
शिमला मिर्च 80 60
करेला 60 40
बैगन 40 30
ओल 30 50
भिंडी 60 30
गाजर 60 30
प्याज 40 25
आलू लाल 20 20
सफेद आलू 16 15
लहसुन 100 80
समम 80 40
नोट : कीमत प्रतिकिलो रुपये
Posted By : Sameer Oraon