JAC 10th-12th Exam News (रांची) : कोरोना वायरस संक्रमण की वर्तमान स्थिति को देखते हुए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य में मैट्रिक और इंटर की परीक्षा को रद्द करने का निर्णय लिया है. इस बात की जानकारी सीएम श्री सोरेन ने ट्वीट कर दी. परीक्षा रद्द होने के साथ ही स्टूडेंट्स समेत अभिभावकों की उत्सुकता खत्म हो गयी. बता दें झारखंड में मैट्रिक और इंटर की परीक्षा में 7.5 लाख परीक्षार्थी शामिल होने वाले थे.
आज मैंने कोविड-19 से उत्पन्न परिस्थितियों एवं छात्रों एवं अभिभावकों की माँग को देखते हुए झारखंड एकेडमिक कॉन्सिल द्वारा इस सत्र में आयोजित होने वाली 10वीं एवं 12वीं के परीक्षा को रद्द करने का निर्णय लिया है।
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) June 10, 2021
सीएम हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर कहा कि कोविड-19 से उत्पन्न परिस्थितियों एवं छात्रों एवं अभिभावकों की मांग को देखते हुए जैक (Jharkhand Academic Council) द्वारा इस सत्र में आयोजित होने वाली 10वीं एवं 12वीं की परीक्षा को रद्द करने का निर्णय लिया है.
बता दें कि स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं को रद्द करने संबंधी प्रस्ताव सीएम हेमंत सोरेन को भेजा गया था. इस प्रस्ताव पर सीएम हेमंत सोरेन ने गुरुवार को अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है. हालांकि, मैट्रिक और इंटर के स्टूडेंट्स को अगली कक्षा में किस आधार पर प्राेन्नति दी जायेगी, अभी नहीं बताया गया है.
CBSE, ICSE समेत देश के अन्य राज्यों के बोर्ड की परीक्षा रद्द होने के बाद से ही स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग तथा झारखंड एकेडमिक काउंसिल के अधिकारियों के बीच रिजल्ट का आधार क्या होगा, इसको लेकर विचार-विमर्श शुरू हो गयी थी. CBSE द्वारा रिजल्ट को लेकर तैयार किये गये मानदंड को भी ध्यान में रखा गया है. राज्य में मैट्रिक के स्टूडेंट्स को पास करने के लिए 9वीं बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट को मैट्रिक के रिजल्ट का आधार बनाया जा सकता है.
बता दें कि पिछले दिनों कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए CBSE, ICSE समेत देश के विभिन्न राज्यों ने बोर्ड परीक्षाएं रद्द कर दी थी. इसके बाद से ही यह कयास लगाये जा रहे थे कि झारखंड में भी मैट्रिक और इंटर की परीक्षा रद्द हो सकती है. गुरुवार को सीएम हेमंत सोरेन ने परीक्षा रद्द करने की घोषणा कर सभी चर्चा पर विराम लगा दिया है.
झारखंड में मैट्रिक और इंटर की परीक्षा गत 4 मई, 2021 से शुरू होने वाली थी. इस परीक्षा में करीब 7.5 लाख परीक्षार्थी शामिल होने वाले थे. इसमें मैट्रिक परीक्षा के लिए 4.32 लाख और इंटर परीक्षा के लिए 3.31 लाख परीक्षार्थी हैं. वहीं, परीक्षा रद्द करने संबंधी बात पर पिछले दिनों झारखंड एकेडमिक काउंसिल के अध्यक्ष डॉ अरविंद प्रसाद सिंह अंतिम निर्णय सरकार के स्तर से लिये जाने की बात कही थी.
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी हेमंत सरकार से मैट्रिक और इंटर की परीक्षा रद्द करने की मांग की थी. उन्होंने कहा था कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार को मैट्रिक और इंटर की परीक्षा रद्द करने की घोषणा कर देनी चाहिए. परीक्षा को लेकर स्टूडेंट्स के स्वास्थ्य से कोई खिलवाड़ नहीं कर सकता है.
Posted By : Samir Ranjan.