JAC Board 10th, 12th Result 2021 : झारखंड में मैट्रिक-इंटर के नंबर से असंतुष्ट रहने पर विद्यार्थियों के पास ये होगा विकल्प, फेल होने पर मिलेगा ये मौका, पढ़िए जैक बोर्ड की क्या है तैयारी
Jharkhand JAC Board 10th, 12th Result 2021 : झारखंड में कोरोना महामारी के कारण मैट्रिक व इंटरमीडिएट की परीक्षा रद्द होने के बाद अब तेजी से रिजल्ट तैयार करने की कवायद की जा रही है. सीएम हेमंत सोरेन के निर्देश के बाद विभाग जल्द से जल्द रिजल्ट देने में जुट गया है. इसके तहत अगर छात्र नंबर से खुश नहीं रहते हैं, तो वे परीक्षा दे सकते हैं. फेल होने की स्थिति में विद्यार्थियों के पास कंपार्टमेंटल परीक्षा देने का विकल्प होगा. झारखंड एकेडमिक काउंसिल(Jharkhand Academic Council ) द्वारा इस दिशा में तैयारी की जा रही है.
Jharkhand JAC Board 10th, 12th Result 2021 : झारखंड में कोरोना महामारी के कारण मैट्रिक व इंटरमीडिएट की परीक्षा रद्द होने के बाद अब तेजी से रिजल्ट तैयार करने की कवायद की जा रही है. सीएम हेमंत सोरेन के निर्देश के बाद विभाग जल्द से जल्द रिजल्ट देने में जुट गया है. इसके तहत अगर छात्र नंबर से खुश नहीं रहते हैं, तो वे परीक्षा दे सकते हैं. फेल होने की स्थिति में विद्यार्थियों के पास कंपार्टमेंटल परीक्षा देने का विकल्प होगा. झारखंड एकेडमिक काउंसिल(Jharkhand Academic Council) द्वारा इस दिशा में तैयारी की जा रही है.
आपको बता दें कि कोरोना के कारण मैट्रिक व इंटर की परीक्षा रद्द किये जाने के बाद अब नौवीं के आधार पर मैट्रिक का रिजल्ट देने की तैयारी है, जबकि 11वीं के आधार पर इंटरमीडिएट का रिजल्ट तैयार किया जा रहा है. ऐसे में नौवीं और 11वीं में जिन विद्यार्थियों का कम अंक आया था, उन्हें मैट्रिक और इंटरमीडिएट में भी उसी आधार पर अंक मिलेंगे. अगर विद्यार्थी अपने अंक से संतुष्ट नहीं हैं तो वह लिखित परीक्षा दे सकते हैं. बेहतर रिजल्ट के लिए विद्यार्थियों की अलग से परीक्षा ली जाएगी. मैट्रिक और इंटरमीडिएट का रिजल्ट जारी होने के बाद जो विद्यार्थी फेल हो जाते हैं उनके लिए कंपार्टमेंटल परीक्षा ली जायेगी.
मैट्रिक और इंटरमीडिएट के पुराने परीक्षार्थियों के रिजल्ट को लेकर फिलहाल मापदंड तय नहीं किया गया है. झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) की कमेटी इसका मापदंड भी तय करेगी. 2020 की मैट्रिक और इंटरमीडिएट की मुख्य परीक्षा और कंपार्टमेंटल की परीक्षा में जो विद्यार्थी असफल हो गए थे और 2021 की परीक्षा के लिए जिन्होंने आवेदन किया था, उनके रिजल्ट को लेकर भी मापदंड तय करना होगा. मालूम हो कि मैट्रिक में इस साल करीब 19,000 ऐसे विद्यार्थी हैं जो पिछले साल पास नहीं कर सके थे. इंटरमीडिएट में ऐसे विद्यार्थियों की संख्या करीब 17 हजार है.
Posted By : Guru Swarup Mishra