गुमला, दुर्जय पासवान : गुमला में कस्तूरबा स्कूल की बेटियों ने फिर कमाल किया है. घाघरा प्रखंड के कस्तूरबा गांधी बालिका स्कूल छा गया है. यह पहला अवसर नहीं है. इससे पहले भी कस्तूरबा स्कूल की बेटियों ने कमाल किया है. घाघरा कस्तूरबा अक्सर इंटर आर्ट्स में बेहतर प्रदर्शन करते रहा है. तीन साल पहले इसी स्कूल की आदिम जनजाति की छात्रा स्टेट टॉपर हुई थी. इस बार स्टेट टॉपर में तो जगह नहीं बनायी, लेकिन जिला टॉपर में घाघरा कस्तूरबा की सात छात्राएं हैं. इनमें केजीवी घाघरा की श्वेता कुमारी 443, अनिता कुमारी व सुमन कुमारी 439, सृष्टि कुमारी 438, रेशमी कुमारी 437, निशा कुमारी 435 व मंजू कुमारी 432 अंक लाकर जिला के टॉप टेन में शामिल हैं.
कस्तूरबा स्कूल, घाघरा की छात्राओं ने मचायी धमाल
बता दें कि गुमला जिले में कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय स्कूल का संचालन हरेक प्रखंड में हो रहा है. यहां गरीब घर परिवार की बेटियां पढ़ती है. साथ ही अनाथ बेटियों को भी यहां रखकर पढ़ाया जा रहा है. मानव तस्करी की शिकार बच्चियों को भी यहां रखकर पढ़ाया जाता है, ताकि लड़कियों का भविष्य बेहतर हो सके. घर परिवार से दूर रहकर लड़कियों कस्तूरबा स्कूल की हॉस्टल में रहकर पढ़ती है. पूरे राज्य में गुमला ऐसा जिला है. जहां अक्सर कस्तूरबा स्कूल की छात्राएं बेहतर प्रदर्शन करती रही. खासकर घाघरा प्रखंड का नाम सबसे आगे है.
अपनी अलग पहचान बनाने में जुटी छात्राएं
घाघरा कस्तूरबा स्कूल ठीक सड़क के किनारे मसरिया मोड़ के समीप है. एकांत जगह में स्कूल होने के कारण यहां छात्राओं का समय पढ़ाई में ही गुजरता है. हालांकि, यहां पढ़ाई के साथ छात्राओं को खेलकूद पर भी फोकस किया जाता है. कुछ छात्राएं रूचि के अनुसार खुद को हुनरमंद बनाने में लगी हैं, ताकि जब कस्तूरबा से वे पढ़कर निकले तो अपनी एक अलग पहचान बना सके.
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पढ़ाई का जुनून, संप्रेक्षण गृह के तीन किशोर इंटर में सफल
यह पढ़ाई जज्बा है. अपने अंदर का जुनून है. कुछ करने का सपना है. अपने में बदलाव लाना का दृढ़ संकल्प है. इसी सोच ने संप्रेक्षण गृह, गुमला के तीन किशोरों को इंटर आर्ट्स में सफलता दिलायी है. ये तीनों किशोर विधि विवादित हैं और संप्रेक्षण गृह (Observation Home) में रह रहे हैं. विधि विवादित तीनों किशोरों ने संप्रेक्षण गृह में रहकर पढ़ाई की और सफलता प्राप्त की. इससे पहले मैट्रिक में भी संप्रेक्षण गृह के एक दर्जन किशोरों ने सफलता प्राप्त की थी. इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि अगर मन में दृढ़ आत्मविश्वास व कुछ करने का संकल्प हो, तो अपराध से भी मुंह मोड़कर बेहतर किया जा सकता है.
संप्रेक्षण गृह के सफल परीक्षार्थियों को डीसी करेंगे सम्मानित
बता दें कि गुमला के संप्रेक्षण गृह में गुमला, लोहरदगा एवं सिमडेगा के विधि विवादित किशोर रहते हैं. सभी सफल किशोरों ने जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया है. साथ ही जिला जज संजय कुमार चंधरियावी, न्यायिक पदाधिकारी प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट किशोर न्याय बोर्ड गुमला प्रणव कुमार, जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम दुर्गेश चंद्र अवस्थी के प्रति भी आभार व्यक्त किया है. किशोरों के अनुसार, पढ़ाई के लिए इन न्यायिक अधिकारियों का लगातार मार्गदर्शन प्राप्त होता रहा है. अधीक्षक अविनाश कुमार गिरी ने कहा है कि संप्रेक्षण गृह से आवासित किशोरों की सफलता पर संप्रेक्षण गृह प्रबंधन खुश है. जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सीता पुष्पा ने इन सभी की उज्वल भविष्य की कामना की है. आगामी पांच जून को सभी सफल किशोर को उपायुक्त गुमला की उपस्थिति में पुरस्कार वितरण किया जायेगा. ताकि इनका मनोबल बढ़े और इनको देख कर बाकी किशोर भी सीखें और उनकी सोच सकारात्मक और बेहतर हो.