गुमला, अंकित चौरसिया : गुमला जिला में वाहनों की बढ़ती संख्या व सड़कों का अतिक्रमण से सड़क दिन पर दिन सिकुड़ते जा रही है. जिस कारण यातायात की समस्या बढ़ रही है. शहरी क्षेत्र में लगातार वाहनों की संख्या की खरीदारी बढ़ती जा रही है. वहीं पार्किंग की सुविधा व सड़क चौड़ीकरण का कार्य नहीं हो पाया है. वर्ष 2019 से लेकर वर्ष 2023 (आठ दिसंबर) तक जिला में 29 हजार 529 नये वाहनों की खरीदारी हुई है. जिसमें कमर्शियल (व्यावसायिक) 4118 व नन कमर्शियल (गैर व्यावसायिक) 25411 वाहन शामिल है. वहीं एक जनवरी 2023 से अब तक कमर्शियल 782 वाहन व नन कमर्शियल 4699 वाहन की खरीदारी हुई है. हलांकि बीते पांच वर्षों में सबसे अधिक वाहनों की खरीदारी वर्ष 2020 में हुई है. जिसमें कमर्शियल वाहन 1110 व नन कमर्शियल वाहन 5237 की खरीदारी हुई थी. वाहनों की बढ़ती संख्या में ऑटो की खरीदारी सबसे अधिक हुई है. वहीं बाइक, कार, बस समेत अन्य वाहनों की संख्या में भी इजाफा हुआ है. वाहनों की बढ़ती संख्या के कारण शहरी क्षेत्र के अधिकांश गलियों में वाहन खड़ा रहता है. जिस कारण जाम बढ़ जाता है और दुकानदारों को भी दिक्कत होती है.
हर साल लाखों के राजस्व को नुकसान
कई वाहन खरीदारों द्वारा नन कमर्शियल वाहन दिखाकर कमर्शियल वाहन के रूप में उपयोग किया जाता है. बताते चलें कि शहर में कई ऐसे चार चक्का वाहन (कार) है जो निजी वाहन बता कर उक्त वाहन को भाड़ा में लगा देते हैं. अगर इस ओर प्रशासन द्वारा जांच की जाये, तो कई ऐसे वाहन मालिक सामने आयेंगे. जो नन कमर्शियल वाहन का रजिस्ट्रेशन कराकर कमर्शियल के रूप में उपयोग कर रहे हैं,जो अमूमन शहर में देखने को मिल जायेगा. जिससे हर वर्ष सरकार को राजस्व की क्षति हो रही है.
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