झारखंड CM हेमंत सोरेन भी जातिगत जनगणना के हैं पक्षधर, PM मोदी को पत्र लिखकर मांगा समय
बिहार सरकार के बाद झारखंड सरकार भी जातिगत जनगणना के पक्षधर हैं. इस संबंध में CM हेमंत सोरेन ने PM मोदी को पत्र लिखा है. इस बात की जानकारी विधानसभा में सीएम श्री सोरेन ने दी. उन्होंने पत्र के माध्यम से 9 सदस्यीय सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के पीएम मोदी से भेंट के लिए तारीख और समय देने की मांग की है.
Jharkhand News (रांची) : बिहार के CM नीतीश कुमार के बाद झारखंड के CM हेमंत सोरेन भी जातिगत जनगणना के पक्षधर दिखें. इसको लेकर जल्द ही झारखंड सरकार केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजेगी. इस बात की घोषणा CM श्री सोरेन ने विधानसभा में की. इस बाबत उन्होंने PM मोदी को पत्र लिखकर मांग पत्र सौंपने संबंधी तारीख और समय की मांग की है.
राज्य समेत पूरे देश में जातिगत जनगणना हो, इसको लेकर झारखंड CM हेमंत सोरेन ने PM मोदी को पत्र लिखा है. पत्र के माध्यम से कहा गया कि मेरे नेतृत्व में 9 सदस्यीय सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल आपसे मिलना चाहती है. भेंट कर जाति आधारित जनगणना कराने से संबंधित मांग पत्र सौंपना चाहते हैं. इसके लिए तारीख और समय देने की अपील PM मोदी से की गयी है.
बुधवार को गिरिडीह के JMM विधायक सुदिव्य कुमार के प्रस्ताव के संदर्भ में CM श्री सोरेन ने कहा कि पूरे देश में आरक्षण की मांग तेजी से बढ़ रही है. वहीं, हर राज्य में जनसंख्या के आधार पर आरक्षण की मांग भी उठी है. इसके बावजूद जातिगत जनगणना का कोई प्रस्ताव झारखंड की ओर से केंद्र को नहीं भेजा गया है. इसी मामले को लेकर 9 सदस्यीय सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल PM मोदी से मिलकर अपनी बात रखने की बात कही गयी है.
वहीं, बीजेपी विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा ने जातीय जनगणना की सीएम श्री सोरेन की मांग पर राज्य सरकार पर प्रहार किया है. सदन में उन्होंने कहा कि झारखंड में आदिवासियों की संख्या में लगातार गिरावट आ रही है. इसके अलावा नियोजन नीति पर भी विधायक श्री मुंडा ने सवाल उठाये हैं. स्थानीय को बिना परिभाषित किये जनगणना किसकी की जायेगी, यह सवाल उठने लगा है.
Posted By : Samir Ranjan.