बिशुनपुर प्रखंड के एक गांव में शनिवार कि रात 13 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म में शामिल 10 आरोपियों को बिशुनपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर सोमवार को न्यायालय में प्रस्तुत किया. जिसमें तीन आरोपियों को गुमला जेल व सात आरोपियों को रिमांड होम भेजा गया.
इधर थाना में सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस कर एसडीपीओ मनीषचंद्र लाल ने कहा कि शनिवार को लड़की गांव में ही एक शादी समारोह में भाग लेने अपने गांव के नाबालिग चाचा के साथ गयी हुई थी. जहां से लौटने के क्रम में ओरेया गांव के 10 युवकों ने उसे पकड़ लिया और पीड़िता के चाचा को मार कर भगा दिया.
जिसके बाद गांव से एक किलोमीटर दूर किशोरी को टोगंरी के समीप ले गये. जहां वारदात में शामिल एक शादीशुदा युवक सोनू मुंडा (25), दो अन्य बालिग युवक सुजीत उरांव (20), बिंदेश्वर उरांव (19) ने उसके साथ दुष्कर्म किया. जिसके उपरांत अन्य सात नाबालिग आरोपियों ने किशोरी को अरहर के खेत में ले गये. जहां उनके द्वारा बारी-बारी से दुष्कर्म किया गया.
कुछ आरोपियों द्वारा दुष्कर्म के बाद पीड़िता को गांव के स्कूल तक छोड़ दिया गया. जिसके उपरांत पीड़िता घर पहुंच कर घटना की जानकारी दी. इधर परिजनों के माध्यम से घटना की सूचना बिशुनपुर पुलिस को जैसे ही मिली थानेदार सदानंद सिंह द्वारा अपने वरीय अधिकारियों को सूचित करने के उपरांत त्वरित एक छापेमारी टीम का गठन किया गया.
कुछ आरोपियों द्वारा दुष्कर्म के बाद पीड़िता को गांव के स्कूल तक छोड़ दिया गया. जिसके उपरांत पीड़िता घर पहुंच कर घटना की जानकारी दी. इधर परिजनों के माध्यम से घटना की सूचना बिशुनपुर पुलिस को जैसे ही मिली थानेदार सदानंद सिंह द्वारा अपने वरीय अधिकारियों को सूचित करने के उपरांत त्वरित एक छापेमारी टीम का गठन किया गया.
छापेमारी टीम में पुलिस निरीक्षक मनोज कुमार, थाना प्रभारी सदानंद सिंह, अवर पुलिस निरीक्षक विवेक कुमार पांडे, सुरेंद्र कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक अंकु कुमार, घनश्याम कुमार रवि, महिला पुलिस अवर निरीक्षक प्रियंका तिर्की सशस्त्र बल एवं स्थानीय चौकीदार शामिल थे.