Loading election data...

गुमला में पान दुकानदारों को भी नहीं छोड़ रहे अपराधी, रंगदारी नहीं देने पर जान से मारने की दी धमकी

गुमला में अपराधी अब पान दुकानदार से भी रंगदारी मांगने लगे हैं. ऐसा ही एक मामला सिसई थाना क्षेत्र में आया है. अपराधियों ने पान दुकानदार से 20 हजार रुपये रंगदारी मांगी. नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी है. इस संबंध में पीड़ित दुकानदार ने मामला दर्ज कराते हुए सुरक्षा की गुहार लगायी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 7, 2022 9:30 PM

Jharkhand Crime News: गुमला जिला के सिसई थाना क्षेत्र स्थित डाड़हा गांव निवासी पान दुकानदार रवींद्र नाथ भगत से रंगदारी मांगते हुए जान से मारने का प्रयास किया गया. रविवार को दिनदहाड़े दो अपराधी सिसई के रंथू उरांव और भरनो थाना के खलबी गांव निवासी दिलीप उरांव बाइक से पहुंचे और रवींद्रनाथ भगत से रंगदारी की मांग करते हुए पिस्तौल तान दिया. रवींद्र भागकर जान बचाया और चिल्लाने लगा. आवाज सुनकर ग्रामीण इकट्ठा हुए, तो दोनों अपराधी भाग गये. रवींद्रनाथ भगत की शिकायत पर दोनों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है.

क्या है मामला

इस संबंध में रवींद्रनाथ भगत ने कहा कि डाड़हा चौक में पान का दुकान है. करीब एक सप्ताह पहले रंथु उरांव मेरे दुकान आया और रंगदारी मे 20 हजार रुपये की मांग किया. मैं इसे मजाक में लेकर टालने लगा. पैसा नहीं देने पर गोली मारने की धमकी देकर वह चला गया. दोबारा छह अगस्त को संध्या छह बजे मैं दुकान के बाहर मैं बैठा था. इसी दौरान रंथु फिर आया और पैसा नहीं देने पर तीन दिनों के अंदर जान से मारने और दुकान में आग लगाने की बात कहकर चला गया.

Also Read: डायन बिसाही के नाम पर गुमला में महिला से मारपीट, पुलिस ने भगत सहित 4 लोगों को किया गिरफ्तार

अपराधियों ने जान से माने की दी धमकी

रविवार को करीब 12 बजे दिन में एक मोटरसाइकिल में रंथु और दिलीप आकर मेरे दुकान से कुछ दूर पर गाड़ी खड़ा किया. मैं दुकान के बाहर था. दिलीप आकर पान बनाने की बात कह ही रहा था. इसी दौरान रंथु अपने कमर से छोटा हथियार निकालकर मुझ पर तान दिया. मैं बचने के लिए चिल्लाते हुए वहां से भाग गया. लोगों को इकट्ठा होते देख दोनों अपराधी अपने मोटरसाइकिल से फरार हो गये. रवींद्रनाथ भगत ने कहा कि मुझे भविष्य में इन दोनों अपराधियों से जान का खतरा है. इन दोनों पर कानूनी कार्रवाई करने की गुहार लगायी है.

रिपोर्ट : दुर्जय पासवान, गुमला.

Next Article

Exit mobile version