गुमला : गुमला एसपी डॉ एहतेशाम वकारीब और मुख्यालय डीएसपी प्राणरंजन रविवार को लॉ एंड ऑर्डर की बात पर उलझ गये. गुस्साये डीएसपी ने एसपी आवास पर रविवार की रात में हंगामा किया. हालांकि सोमवार सुबह में दोनों ने रात में हुई किसी घटना से इनकार कर दिया. घटना के मुताबिक, फोन पर बहस के बाद विवाद इतना बढ़ गया कि डीएसपी आधी रात में ही एसपी आवास जा पहुंचे और हंगामा किया.
डीएसपी ने कपड़ा भी खोल दिया. इस क्रम में वहां डीएसपी गिर कर घायल हो गये. उनके उग्र रूप को देखते हुए सार्जेंट मेजर, गुमला थाना के थानेदार को एसपी आवास में रात को बुलाया गया. इसके बाद पुलिस अधिकारियों ने हस्तक्षेप कर मामले को शांत कराया. घटना के बाद डीएसपी पैदल ही एसपी आवास से निकले और मुख्य सड़क पर बैठ गये. बाद में एक जवान ने गमछा दिया. जिसे लपेट कर डीएसपी अस्पताल पहुंचे और चोट का इलाज कराया. डॉ एके उरांव ने कहा कि डीएसपी रात को इलाज कराने आये थे. उनके कंधे पर चोट लगी है.
झारखंड पुलिस सर्विस एसोसिएशन ने डीएसपी के साथ हुई घटना की निंदा की है.
विधि व्यवस्था को लेकर डीएसपी ने लिखित आदेश मांगा, तो हुआ विवाद
गुस्साये डीएसपी ने आधी रात में एसपी आवास पर किया हंगामा, पुलिस अफसरों ने हस्तक्षेप कर हटाया
एसपी बोले : रात को डीएसपी से नहीं मिले. सोमवार को हम लोगों ने साथ चाय पी. फिर विवाद कहां है
डीएसपी बोले : एसपी से कोई विवाद नहीं हुआ. रात में गिर गया था, इसलिए अस्पताल गया था
झारखंड पुलिस सर्विस एसोसिएशन ने डीएसपी के साथ हुई घटना की निंदा की है. एसोसिएशन ने कहा है कि डीएसपी से अपशब्द कहना गलत है. जिस काम के लिए डीएसपी को कहा जा रहा था. वह कार्यक्षेत्र एसडीपीओ का था. परंतु जान-बूझकर डीएसपी को परेशान किया जा रहा है.
रांची में सोमवार को आजसू की रैली थी. एसपी ने डीएसपी को फोन कर शहर में विधि व्यवस्था संभालने के लिए मौखिक आदेश दिया. लेकिन डीएसपी ने लिखित आदेश देने के लिए कहा. इस पर एसपी आपा खो बैठे और फोन पर ही डीएसपी को डांट दिया. इससे डीएसपी आक्रोशित हो रात करीब एक बजे एसपी आवास पहुंच गये.
Posted By : Sameer Oraon