क्रेटा गाड़ी देने के नाम पर 13 लोगों से लाखों रुपये की वसूली, हुंडई कंपनी के कर्मचारी को लोगों ने पकड़ पुलिस के हवाले किया, जानें पूरा मामला
जानकारी के अनुसार हुंडई कंपनी ने 13 से 14 लोगों को क्रेटा गाड़ी देने के नाम पर लाखों रुपये की वसूली की है. परंतु कंपनी ने अब तक गाड़ी नहीं दी. इसकी शिकायत के बाद गुमला प्रशासन ने सितंबर 2020 में शोरूम को सील कर दिया था. लेकिन गुरुवार की रात को अचानक रांची से गुमला आये कंपनी का कर्मी शोरूम का ताला तोड़ कर अंदर घुस कर गाड़ी व कुछ सामान निकाल कर ले जा रहा था. तभी इसकी भनक कुछ लोगों को हो गयी.
गुमला : गुमला में गुरुवार की रात 9.20 बजे कुछ लोगों ने केओ कॉलेज के समीप स्थित हुंडई कंपनी के शोरूम के बाहर हंगामा किया. एक गाड़ी जब्त की. कंपनी के एक कर्मी को घेर लिया. इसके बाद पुलिस को बुलाकर सौंप दिया गया. पुलिस कंपनी के कर्मचारी को थाना पकड़ कर ले गयी है. जिसे पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया. वहीं नौ महीने से सील शोरूम का ताला तोड़ कर निकाले गये सामान को भी पुलिस ने जब्त कर ली है.
जानकारी के अनुसार हुंडई कंपनी ने 13 से 14 लोगों को क्रेटा गाड़ी देने के नाम पर लाखों रुपये की वसूली की है. परंतु कंपनी ने अब तक गाड़ी नहीं दी. इसकी शिकायत के बाद गुमला प्रशासन ने सितंबर 2020 में शोरूम को सील कर दिया था. लेकिन गुरुवार की रात को अचानक रांची से गुमला आये कंपनी का कर्मी शोरूम का ताला तोड़ कर अंदर घुस कर गाड़ी व कुछ सामान निकाल कर ले जा रहा था. तभी इसकी भनक कुछ लोगों को हो गयी.
जिसके बाद कुछ लोगों ने शोरूम में पहुंचकर हंगामा करते हुए पैसा वापस करने की मांग की और कंपनी के कर्मी को पकड़ लिया. पुलिस को सूचना मिली और मौके पर पहुंचकर कर्मी को पकड़कर थाना ले गयी. क्रेटा गाड़ी के लिए वंशीधर यादव ने दो लाख, मास्टर साहब ने चार लाख, वरुण बाखला ने चार लाख सहित अन्य 10 से 11 लोगों ने भी लाखों रुपये कंपनी में जमा किया है.
समाजसेवी सकलदीप सिंह ने कहा कि कंपनी गाड़ी देने के नाम पर पैसा ले ली. अब गाड़ी भी नहीं दे रही है और सील किये गये शोरूम को रात में खोलकर यहां से सामान हटाया जा रहा था. तभी लोगों ने कंपनी के कर्मी को पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया. कंपनी ने फर्जीवाड़ा किया है. थाना के एसआई मो साकीर ने कहा कि सील शोरूम का ताला खुलने के बाद उसे फिर से सील कर दिया गया है. साथ ही कंपनी के कर्मी को दोबारा ऐसी गलती नहीं करने की चेतावनी देकर छोड़ दिया गया.