Jharkhand News, Gumla News, Gumla Sexual Assault News गुमला : यह शर्मसार करने वाली घटना है. पुत्र की चाहत में एक पिता अपनी ही बेटी से जबरन शारीरिक संबंध बनाता था. ताकि बेटी के गर्भ से पुत्र पैदा हो सके. मामला घाघरा प्रखंड के एक गांव का है. हालांकि इस मामले में आरोपी पिता सुखी उरांव को पुलिस 27 फरवरी 2021 को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. गुरुवार को जब 14 वर्षीय पीड़िता का सीडब्ल्यूसी गुमला में काउंसलिंग हुई, तो शर्मसार करने वाली घटना का खुलासा हुआ.
घटना के बाद से पीड़िता अपनी मां, बहन व नानी के साथ गुमला शहर में किराये के घर में रह रही है. क्योंकि पिता द्वारा बेटी के साथ दुष्कर्म करने के बाद लाज-शर्म के कारण परिवार के लोग गुमला में रह रहे हैं.
आरोपी सुखी उरांव की चार बेटियां हैं. एक भी बेटा नहीं है. बेटा नहीं होने को लेकर कई बार सुखी अपनी पत्नी से लड़ाई भी कर चुका है. पत्नी ने सुखी से कहा था कि बेटा की चाहत है, तो दूसरी शादी कर लें. इसके बाद सुखी अपनी 14 वर्षीय बेटी से ही जबरन शारीरिक संबंध बनाने लगा. जिससे उसे पुत्र की प्राप्ति हो सके. इसकी जानकारी सुखी की पत्नी को नहीं थी. परंतु 26 फरवरी को जब सुखी जबरन अपनी बेटी से शारीरिक संबंध बना रहा था. उस दृश्य को पत्नी देख ली. इसके बाद 27 फरवरी को थाना पहुंची और पति के खिलाफ केस की. जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उसी दिन सुखी को जेल भेज दिया.
गुरुवार को सुखी की पत्नी सीडब्ल्यूसी कार्यालय पहुंची. साथ में पीड़िता बेटी भी थी. सीडब्ल्यूसी ने पीड़िता की काउंसलिंग की. इस दौरान पीड़िता की मां ने कहा कि उसकी चार बेटी है. जिनकी उम्र छह साल, नौ सात, 14 साल व 20 साल है. सबसे बड़ी बेटी रांची में पढ़ाई कर रही है. मां मजदूरी करती है. उसी पैसा से बेटी को पढ़ा रही है.
गरीबी के कारण पूरा परिवार तमिलनाडु में छह साल तक रहा. मां ने बताया कि तमिलनाडु में चाय बागान में काम करते थे. तमिलनाडु में ही सबसे पहले उसका पति उसकी बेटी से जबरन संबंध बनाया था. इसलिए वह पूरे परिवार के साथ वापस गांव आ गयी. परंतु गांव में भी सुखी अपनी बेटी के साथ गलत करता रहा. उन्होंने कहा कि मेरा पति अक्सर बेटा पैदा करने के लिए कहता था. कई बार लड़ाई हुई. बेटा पैदा करने की चाहत में ही उसने बेटी के साथ गलत किया.
चिंतनीय घटना है. बेटा नहीं होने पर बेटी के साथ पिता ने गलत किया है. पीड़िता पढ़ना नहीं चाहती है. इसलिए उसे परिवार के साथ रहने की अनुमति दी गयी है. पीड़िता को मुआवजा देने की प्रक्रिया डालसा द्वारा शुरू कर दी गयी है.
सुषमा देवी, सदस्य, सीडब्ल्यूसी, गुमला
Posted By : Sameer Oraon