Jharkhand Crime News : गुमला के घाघरा पुलिस स्टेशन में हत्या के कथित आरोपी ने की आत्महत्या, जांच- पड़ताल में जुटी पुलिस
Jharkhand Crime News (गुमला) : गुमला जिला अंतर्गत घाघरा थाना के अंदर हत्या के कथित आरोपी कृष्णा उरांव ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. कृष्णा पर अपने ही 5 वर्षीय बेटे अनुज उरांव की हत्या का आरोप पुलिस लगा रही थी. इसी मामले में पुलिस ने पूछताछ के लिए थाना बुलाया था. कृष्णा को बालमित्र कार्यालय के अंदर बंद कर रखा गया था. तभी कृष्णा ने अपने गमच्छे से फांसी लगा लिया. कृष्णा ने आत्महत्या की इसकी जानकारी पुलिस को मंगलवार को दोपहर 4 बजे हुई. मजिस्ट्रेट की निगरानी में शव को फंदे से उतारा गया.
Jharkhand Crime News (दुर्जय पासवान- गुमला) : गुमला जिला अंतर्गत घाघरा थाना के अंदर हत्या के कथित आरोपी कृष्णा उरांव ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. कृष्णा पर अपने ही 5 वर्षीय बेटे अनुज उरांव की हत्या का आरोप पुलिस लगा रही थी. इसी मामले में पुलिस ने पूछताछ के लिए थाना बुलाया था. कृष्णा को बालमित्र कार्यालय के अंदर बंद कर रखा गया था. तभी कृष्णा ने अपने गमच्छे से फांसी लगा लिया. कृष्णा ने आत्महत्या की इसकी जानकारी पुलिस को मंगलवार को दोपहर 4 बजे हुई. मजिस्ट्रेट की निगरानी में शव को फंदे से उतारा गया.
क्या है मामला
21 अप्रैल, 2021 को घाघरा थाना स्थित घाघरापाठ गांव में 5 वर्षीय अनुज उरांव की हत्या कर दी गयी थी और शव को तालाब के किनारे फेंक दिया गया था. अनुज की हत्या के बाद शव को पत्थर से ढक दिया गया था. इसी हत्याकांड मामले में मंगलवार को पुलिस ने मृतक अनुज के पिता कृष्णा उरांव को पूछताछ के लिए दिन के 11 बजे थाना बुलाया था. बालमित्र कार्यालय में बैठाकर कृष्णा से घंटों पूछताछ की गयी. इसके बाद कार्यालय को बंद कर पुलिस अधिकारी कहीं चले गये. कार्यालय के अंदर कृष्णा अकेला था. जहां उसने अपने गमछे से फांसी लगा लिया. दोपहर 4 बजे जब पुलिस अधिकारी ने कार्यालय का दरवाजा खोला, तो कृष्णा को खिड़की के पास गमछा से लटका पाया.
जिसपर था आरोप, उसे पुलिस ने छोड़ा
अनुज की मौत के बाद कृष्णा की पत्नी कमशीला कुमारी ने घाघरा थाना में लिखित आवेदन सौंपकर तीन लोगों को आरोपी बनायी थी. जिसमें घाघरापाठ गांव के ही सुनील उरांव, उसकी पत्नी शबनम उरांव व मां झरियो उरांव है. पुलिस ने दो दिन पहले इन तीनों को थाना बुलाकर पूछताछ की. इसके बाद थाना से तीनों को छोड़ दिया गया. थाना प्रभारी कुंदन कुमार ने मंगलवार को मृतक अनुज के पिता कृष्णा उरांव को थाना बुलाया. कृष्णा सुबह 11 बजे पहुंचा. पूछताछ के बाद वह आत्महत्या कर लिया.
Also Read: Jharkhand Crime News : गुमला के जारी में युवक की हत्या कर शव को डैम में फेंका, पुलिस जांच में जुटी
गमछे से झूलकर की आत्महत्या : पुलिस अधिकारी
प्रभात खबर ने कई अधिकारियों को फोन कर मामले की जानकारी लेने का प्रयास की, लेकिन सभी का फोन स्वीच ऑफ या फिर आउट ऑफ रेंज बताया. इसके बाद इंस्पेक्टर एसएस मंडल से बात हुई. उन्होंने बताया कि थाना में कथित हत्या के आरोपी द्वारा आत्महत्या करने की सूचना पर मैं थाना पहुंचा. थाना प्रभारी से जानकारी लेने पर बताया गया कि पूछताछ के बाद कृष्णा को कमरे में बैठाकर रखा गया था और निगरानी के लिए 2 चौकीदार जवाहर उरांव व बंधन उरांव को डयूटी में तैनात किया गया था. कोरोना महामारी की डयूटी में थानेदार व अन्य अधिकारी थाना से बाहर निकले थे. जब चार बजे थाना प्रभारी लौटा और बालमित्र के कार्यालय में झांका गया तो कृष्णा अपने ही गमछे से लटका हुआ मिला.
मौत के बाद हमें कमान मिला : चौकीदार
चौकीदार जवाहर उरांव व बंधन उरांव ने बताया कि कृष्णा उरांव को जिस बालमित्र कार्यालय में रखा गया था. उस कमरे की कोई डयूटी व कृष्णा की निगरानी करने के लिए हमें नहीं कहा गया था. जब कृष्णा की मौत हो गयी और उसके शव को फंदे से उतारा गया. तब हमें कमान काटकर थमाया गया है. कृष्णा की निगरानी के लिए हम दोनों चौकीदार को कोई डयूटी नहीं दिया गया था.
कई अधिकारी थाना पहुंचे, जांच शुरू
कृष्णा उरांव की मौत की सूचना के बाद कई अधिकारी थाना पहुंचे. एसडीपीओ मनीषचंद्र लाल, बीडीओ विष्णुदेव कच्छप, इंस्पेक्टर एसएन मंडल व अन्य अधिकारी थे. थाना के अंदर कृष्णा की मौत से सभी अधिकारियों की नींद उड़ी हुई थी. प्रभात खबर ने एसडीपीओ व थानेदार के सरकारी मोबाइल नंबर पर संपर्क किया. परंतु दोनों के नंबर स्वीच ऑफ था.
Also Read: एक्शन में दिखे गुमला डीसी और डीडीसी, ड्यूटी से अधिकारी के गायब होने पर मांगा स्पष्टीकरण, सिपाही के मास्क नहीं पहनने पर लगायी फटकार
अपने बचाव में लगे थाना प्रभारी
अनुज उरांव की हत्या मामले में कृष्णा उरांव पर किसी ने कोई आरोप नहीं लगाया है. यहां तक कि मृतक की मां कशमीला ने भी कृष्णा पर कोई आरोप नहीं लगायी है. इसके बाद भी पुलिस कृष्णा को हत्या का आरोपी बनाकर उसे जेल भेजने की तैयारी में लगी हुई थी. जबकि जिन तीन लोगों पर हत्या का आरोप लगाया गया था. उसे पुलिस ने कुछ ही घंटों बाद थाना से छोड़ दिया था.
Posted By : Samir Ranjan.