झारखंड फसल राहत योजना : गुमला में आवेदन देने वाले किसानों के E-KYC की स्थिति खराब
झारखंड फसल राहत योजना के तहत गुमला के 54,466 किसानों ने आवेदन दिये हैं. लेकिन, आठ नंबवर तक मात्र 7848 किसानों का ही E-KYC हो पाया है. इस योजना के तहत प्राकृतिक आपदा के कारण नष्ट होने वाली फसलों के लिए सरकार की ओर से किसानों को वित्तीय राशि प्रदान की जाती है.
Jharkhand News: गुमला जिला में झारखंड राज्य फसल राहत योजना (Jharkhand Crop Relief Scheme) के तहत आवेदन देने वाले किसानों के E-KYC की स्थिति काफी खराब है. योजना के तहत जिले भर से कुल 90,659 किसानों का रजिस्ट्रेशन किया गया है. जिसमें से 54,466 किसानों ने आवेदन दिये हैं. गत आठ नवंबर, 2022 तक आवेदन देने वाले 54,466 किसानों में से मात्र 7848 किसानों का ही E-KYC हो सका है.
किसानों को कैसे मिलेगा लाभ
बता दें कि झारखंड फसल राहत योजना झारखंड सरकार की महत्वकांक्षी योजना है. सरकार ने इस योजना की शुरुआत इसी वर्ष (2022 में) किसानों के लिए की है. इस योजना के माध्यम से प्राकृतिक आपदा के कारण नष्ट होने वाली फसलों के लिए सरकार की ओर से किसानों को वित्तीय राशि प्रदान की जायेगी. जो किसानों के लिए वित्तीय सहायता होगी. प्राकृतिक आपदा में 30 से 50 प्रतिशत फसल की क्षति होने पर आवेदन को प्रति एकड़ पर तीन हजार रुपये एवं 50 प्रतिशत से अधिक फसल क्षति होने पर आवेदन को प्रति एकड़ पर चार हजार रुपये सहायता राशि दी जायेगी. इस राशि से किसान आगामी खेती-बारी कर सकेंगे. साथ ही कर्ज लेकर खेती-बारी करने के बाद प्राकृतिक आपदा में फसल के नष्ट होने की स्थिति में मिलने वाली सहायता राशि से कर्ज से मुक्ति भी पा सकेंगे. लेकिन, अगर जिन किसानों ने आवेदन जमा करने के बाद अपना E-KYC नहीं कराया है, तो वे योजना का लाभ लेने से वंचित रह जायेंगे. इसलिए आवेदन जमा करने वाले किसानों को अपना E-KYC कराना जरूरी है.
प्रखंडवार आवेदन जमा करने वाले किसानों की संख्या
योजना के तहत, सर्वाधिक सदर प्रखंड गुमला के किसानों ने आवेदन दिये हैं. सदर प्रखंड से कुल 8981 किसानों ने आवेदन दिये हैं. इसी प्रकार सिसई प्रखंड के 8084, बसिया प्रखंड के 7646, घाघरा प्रखंड के 5562, भरनो प्रखंड के 5343, पालकोट प्रखंड के 5042, कामडारा प्रखंड के 4478, डुमरी प्रखंड के 3182, चैनपुर प्रखंड के 2421, रायडीह प्रखंड के 2196, जारी प्रखंड के 1080 एवं बिशुनपुर प्रखंड के 451 किसानों ने आवेदन दिये हैं.
प्रखंड : आवेदन की संख्या
सदर : 8981
सिसई : 8084
बसिया : 7646
घाघरा : 5562
भरनो : 5343
पालकोट : 5042
कामडारा : 4478
डुमरी : 3182
चैनपुर : 2421
रायडीह : 2196
जारी : 1080
बिशुनपुर : 451
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प्रखंडवार E-KYC कराने वाले किसानों की संख्या
किसानों से प्राप्त आवेदनों के खिलाफ आठ नवंबर तक सदर प्रखंड के 828, सिसई प्रखंड के 1198, बसिया प्रखंड के 2078, घाघरा प्रखंड के 285, भरनो प्रखंड के 491, पालकोट प्रखंड के 932, कामडारा प्रखंड के 874, डुमरी प्रखंड के 363, चैनपुर प्रखंड के 163, रायडीह प्रखंड के 564, जारी प्रखंड के 16 एवं बिशुनपुर प्रखंड के मात्र 56 किसानों का ही ई केवाईसी किया गया है.
प्रखंड : E-KYC कराने वाले किसानों की संख्या
सदर : 828
सिसई : 1198
बसिया : 2078
घाघरा : 285
भरनो : 491
पालकोट : 932
कामडारा : 874
डुमरी : 363
चैनपुर : 163
रायडीह : 564
जारी : 16
बिशुनपुर : 56
योजना का लाभ लेने के लिए E-KYC जरूरी है : DSO
डीसीओ (जिला सहकारिता पदाधिकारी) आशा टोप्पो ने बताया कि झारखंड राज्य फसल राहत योजना अंतर्गत आवेदन जमा करने वाले किसानों को योजना का लाभ उठाने के लिए ई केवाईसी कराना जरूरी है. जिन किसानों ने आवेदन जमा किये हैं. वे अपने नजदीकी सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) में जाकर अपना E-KYC करा सकते हैं. आवेदन जमा करने के बाद E-KYC कराने वाले किसानों को ही योजना का लाभ मिलेगा.
रिपोर्ट : जगरनाथ पासवान, गुमला.