Jharkhand Foundation Day 2020 : धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर लोगों ने किया नमन, बताये रास्ते पर चलने का लिया संकल्प
Jharkhand Foundation Day 2020 : झारखंड के धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा को उनकी जयंती पर रविवार (15 नवंबर, 2020) को झारखंड वासियों ने याद किया. राजधानी रांची के कोकर स्थित भगवान बिरसा मुंडा की समाधि स्थल पर राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत अन्य लोगों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किये. पूरे राज्य में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती मनायी गयी है. इस दौरान लोगों से उनके बताये रास्ते पर चलने का आह्वान किया.
Jharkhand Foundation Day 2020 : रांची : झारखंड के धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा को उनकी जयंती पर रविवार (15 नवंबर, 2020) को झारखंड वासियों ने याद किया. राजधानी रांची के कोकर स्थित भगवान बिरसा मुंडा की समाधि स्थल पर राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत अन्य लोगों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किये. पूरे राज्य में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती मनायी गयी है. इस दौरान लोगों से उनके बताये रास्ते पर चलने का आह्वान किया.
कोकर स्थित भगवान बिरसा मुंडा के समाधिस्थल पर केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष बबलू मुंडा के अगुवाई में भगवान बिरसा मुंडा के 145वीं जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनके साहस और वीरता को याद किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि जिस प्रकार भगवान बिरसा मुंडा ने अंग्रेजों के खिलाफ जंग छेड़ा था, उसी प्रकार हमलोगों को धर्मांतरण कराने वाले नकली आदिवासियों के खिलाफ जंग छेड़ना होगा. साथ ही कहा कि सरना आदिवासी युवाओं को अपनी रूढ़िवादी परंपरा के प्रति कट्टर होना होगा, ताकि हम आदिवासियों के अधिकारों को दूसरे लोग दबा ना पायें.
मुख्य पाहन जगलाल पाहन ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने महसूस किया कि जनजाति समाज अंधविश्वासों की आंधियों में तिनके- सा उड़ रहा है तथा आस्था के मामले में भटका हुआ है. भगवान बिरसा मुंडा ने यह भी अनुभव किया था कि सामाजिक कुरीतियों ने जनजाति समाज को ज्ञान के प्रकाश से वंचित कर दिया है. धर्म की मामले में जनजाति समाज के लोगों को हर कोई बरगलाने की कोशिश करता रहा है. उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है. सभी एकजुट होकर धरती आबा के बताये मार्ग का अनुपालन करें.
महासचिव कृष्णकांत टोप्पो ने कहा कि आज झारखंड राज्य बने 20 साल पूरे हो गये, लेकिन भगवान बिरसा मुंडा के सपनों का झारखंड नहीं बन सका. अबुआ दिशुम अबुवा राज का सपना अभी भी अधूरा है. झारखंड के नेताओं का विपक्ष में सुर ताल अलग रहता है और सत्ता में आते ही सुर अलग हो जाते हैं. आज भी मूल झारखंडी हाशिये पर है.
संरक्षक राम सहाय सिंह मुंडा ने कहा कि जब भारत के विभिन्न आदिवासी क्रांतिकारी, समाज सुधारकों एवं देशहित- राज्यहित में बलिदान देते हैं, तो वह हमें भगवान बिरसा मुंडा के जीवन में दिखाई देता है. उनकी जयंती को सरना आदिवासी समाज गौरव दिवस के रूप में भी पूरे देश में मनाने की अपील करता है. इस अवसर पर केंद्रीय सरना समिति के सचिव डब्लू मुंडा, अमर मुंडा, सक्रिय सदस्य अनिल उरांव, मुन्ना मुंडा समेत अन्य लोग उपस्थित थे.
वहीं, दूसरी ओर रांची स्थित भगवान बिरसा मुंडा के कोकर स्थित समाधिस्थल और बिरसा चौक स्थित धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा के प्रतिमा स्थल पर श्रद्धासुमन अर्पित किये. इस अवसर पर केंद्रीय सरना समिति, रांची के जिलाध्यक्ष अजय तिर्की, केंद्रीय सचिव संजय लोहरा, उपाध्यक्ष मानू तिग्गा, संरक्षक अजीत उरांव, नगड़ी प्रखंड मुखिया संघ अध्यक्ष सह चेट्टे मुखिया अजय कच्छप, सरना आदिवासी लोहरा समाज के मुख्य संयोजक अशोक लोहरा, राजी पाड़हा, सरना प्रार्थना सभा के राष्ट्रीय महासचिव डॉ प्रवीण उरांव, चंद्रदेव बलमुचू, अमित गाड़ी समेत अन्य लोगों ने धरती आबा के चरणों में पुष्प अर्पित किये.
Also Read: बिरसा मुंडा को PM मोदी ने अर्पित की श्रद्धांजलि, झारखंड के स्थापना दिवस पर दी शुभकामनाएं
खूंटी में याद किये गये धरती आबा
खूंटी के डोम्बारी बुरू में भगवान बिरसा मुंडा को याद किया है. जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर जोजोहातु अखड़ा के कलाकारों ने धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा को नमन किया. इस अवसार पर सचिव अनुराग कुमार बरदियार समेत अन्य लोगों ने भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धासुमन अर्पित किये.
घाघरा में बिरसा मुंडा जयंती धूमधाम से मनायी गयी
गुमला जिला अंतर्गत घाघरा प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर प्रखंड कांग्रेस कमेटी, घाघरा के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने माल्यार्पण किया. मौके पर कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शिव कुमार भगत ने कहा कि हेमंत सोरेन की नेतृत्व वाली सरकार से निश्चित तौर पर नीचले पायदान पर रहने वाले लोगों को भी विकास का लाभ मिलेगा. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सह मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव के नेतृत्व में पार्टी के कार्यकर्ता विकास की ओर बढ़ेंगे और राज्य का लोगों को उसका लाभ मिल पायेगा. आज हमें संकल्पित होने की जरूरत है.
जिला युवा कार्यकारी अध्यक्ष कृष्ण कुमार लोहरा ने कहा कि बिरसा मुंडा स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता है. उनके पदचिह्नों पर चलकर हमें आगे बढ़ना है. प्रखंड अध्यक्ष अरुण कुमार पांडे ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा के अथक प्रयास से अंग्रेजों ने हार मानी. हमें उनकी जीवनशैली से सीख लेने की जरूरत है. इस मौके पर जिला सचिव अगस्टिन महेश कुजूर, लालदेव भगत अशोक उरांव, शिव नारायण साहू, दिलबहार अंसारी, विक्की साहू, दीपक साहू, बिंदेश्वर साहू सहित कई लोग उपस्थित थे.
वहीं, बसिया के विवेकानंद शिशु विद्या मंदिर परिसर में भी बिरसा जयंती मनायी गयी. मौके पर प्रमुख विनोद भगत ने भगवान बिरसा मुंडा के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बिरसा मुंडा जनजाति समाज के लोकनायक के रूप में जाने जाते हैं. उनका जन्म खूंटी जिला के उलिहातू गांव में हुआ था. उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ बगावत शुरू की थी. आज जनजाति समाज उन्हें भगवान का दर्जा देकर पूजते हैं. मौके पर प्रधानाचार्य अभिमन्यु महतो, भाजपा मंडल प्रखंड अध्यक्ष विजय सिंह, रंजीत चौधरी, शंकर साहू, राजकुमार गुप्ता, नवीन मिश्रा सहित विद्यालय के शिक्षक- शिक्षकाएं समेत अन्य लोग उपस्थित थे.
दूसरी ओर, बसिया प्रखंड सह अंचल कार्यालय झारखंड स्थापना दिवस के अवसर पर बिरसा मुंडा की जयंती मनायी गयी. मौके पर बीडीओ रवींद्र कुमार गुप्ता और सीओ संतोष बैठा ने भगवान बिरसा मुंडा के चित्र पर माल्यर्पण किया. इस अवसर पर बीडीओ रवींद्र कुमार गुप्ता ने उनकी जीवनी पर प्रकाश डालते हुए उनके बताये रास्ते पर चलकर जनजाति समाज की रक्षा करने की प्रण लेने की बात कही. मौके पर प्रेम जायसवाल, सुभाष चौरसिया, मनोज ओहदार, राजकुमार गुप्ता, बैजनाथ पाणिग्राही, राजीव कंठ, महेश जायसवाल, नवीन बिस्वाल आदि उपस्थित थे.
Posted By : Samir Ranjan.