संगठन में एक महिला नक्सली भी है शामिल, घटनास्थल से मिली साड़ी, बिंदी, चूड़ी
इसमें रांची से पुलिस के वरीय अधिकारी आयेंगे. उन्होंने बताया कि मैंने बुद्धेश्वर की पत्नी व भाई से कई बार सरेंडर करवाने के लिए कहा था. लेकिन उन्होंने बात नहीं सुनी. बुद्धेश्वर की मौत से गुमला पुलिस को बड़ी सफलता मिली है.
गुमला : बुद्धेश्वर उरांव का शव देर शाम पांच बजे गुमला पहुंचा. गुमला पहुंचने पर एसपी एचपी जनार्दनन, सीआरपीएफ 203 के कमांडेंट राजीव कुमार, सीआरपीएफ 209 के कमांडेंट सुरेंद्र मेहरा, सीआरपीएफ 218 बटालियन के कमांडेंट अनिल मिंज व एसटीएफ जेजे के एसपी संजय किस्पोट्टा गुमला थाना पहुंचे. जहां उन्होंने बुद्धेश्वर के शव को देखा. देखने के उपरांत पत्रकारों से कहा कि इस मामले में प्रेस कांफ्रेंस शुक्रवार को होगा.
इसमें रांची से पुलिस के वरीय अधिकारी आयेंगे. उन्होंने बताया कि मैंने बुद्धेश्वर की पत्नी व भाई से कई बार सरेंडर करवाने के लिए कहा था. लेकिन उन्होंने बात नहीं सुनी. बुद्धेश्वर की मौत से गुमला पुलिस को बड़ी सफलता मिली है.
इस मुठभेड़ में कोबरा, सीआरपीएफ, झारखंड जगुवार व गुमला पुलिस ने मिल कर काम किया है. हमें सूचना सटीक मिली थी. इसलिए अभियान जारी था. बुद्धेश्वर के मारे जाने के बाद भी हमारा अभियान जारी रहेगा. चूंकि इसकी टीम में 10 लोग थे. जिसमें एक महिला भी शामिल है. हमलोगों ने उसे देखा है.
घटनास्थल से साड़ी, बिंदी, चूड़ी भी मिली है. हमलोग पूरे एरिया में सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं. इंसास व एके-47 रेगुलर मिला है. पुलिस इसकी जांच कर रही है. बुद्धेश्वर का परिवार लांजी में रहता है. एसपी ने बताया कि बुद्धेश्वर ने पुलिस को चैलेंज किया था कि उसके बीहड़ पहुंच कर दिखायें, इस चैलेंज को मैंने एक्सेप्ट किया था. इसलिए मैंने मीडिया को पूर्व में ही कहा था कि सरेंडर करें, नहीं तो नहीं छोडूंगा. आज मैंने उसका चैलेंज को उसका खात्मा कर पूरा किया.