Jharkhand Naxal News: गुमला के रायडीह में हार्डकोर नक्सली गिरफ्तार, मुठभेड़ में बच निकलने के बाद बैठा था छुपकर

गुमला के रायडीह क्षेत्र में हार्डकोर नक्सली अवतार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पिछले दिनों 15 लाख रुपये का इनामी नक्सली बुद्धेश्वर उरांव के मारे जाने के बाद से नक्सली अवतार लुरूकोना गांव से गिरफ्तार किया है. पिछले एक महीने से नक्सली छुपकर बैठा था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 16, 2021 8:24 PM

Jharkhand Naxal News (दुर्जय पासवान, गुमला) : गुमला जिला अंतर्गत रायडीह थाना की पुलिस ने भाकपा माओवादी के हार्डकोर नक्सली सरईटोली बिरकेरा गांव के बंधनू महतो उर्फ अवतार (60 वर्ष) को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है. पुलिस ने बंधनू को लुरूकोना गांव से पकड़ा है. वह एक महीने से लुरूकोना गांव में छिपकर रह रहा था.

15 जुलाई, 2021 को भाकपा माओवादी का शीर्ष नेता 15 लाख का इनामी बुद्धेश्वर उरांव पुलिस के साथ हुए मुठभेड़ में कोचागानी जंगल में मारा गया था. बुद्धेश्वर के मारे जाने के बाद 14 से 15 नक्सली जान बचाकर भाग निकले थे. इसमें बंधनू महतो उर्फ अवतार भी था.

बुद्धेश्वर जब पुलिस से घिर गया था. उस समय बंधनू भी उसी जंगल में था. लेकिन, जैसे ही बुद्धेश्वर मारा गया. बंधनू वहां से जंगल के रास्ते होते हुए रायडीह थाना के लुरूकोना गांव में आकर छिप गया था. सोमवार को पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि लुरूकोना गांव में एक नक्सली एक महीने से छिपकर रह रहा है. इसके बाद पुलिस टीम गांव गयी और घेराबंदी कर बंधनू महतो को गिरफ्तार कर लिया.

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सोमवार को बंधनू को रायडीह अस्पताल में स्वास्थ्य जांच किया गया. इसके बाद उससे पूछताछ की जा रही है. सूत्रों के अनुसार, बंधनू करीब 20 वर्षों से भाकपा माओवादी संगठन में है. बीच में वह मंगल नगेशिया के दस्ते में चला गया था. इसके बाद पुलिस ने उसे पकड़कर जेल भेजा था. लेकिन, जमानत पर छूटने के बाद बुद्धेश्वर उरांव के दस्ते में चला गया और कई नक्सल घटनाओं में वह शामिल रहा है.

बताया जा रहा है कि बुद्धेश्वर उरांव के सलाहकार के रूप में बंधनू महतो काम करता था. यहां तक कि जब 8 माह पहले भाकपा माओवादियों ने कुरूमगढ़ थाना के सटे गांवों के जंगल में बारूदी सुरंग बिछाया था. तब बंधनू ही गांवों में घूमकर ग्रामीणों को जंगल में पशुओं को नहीं चराने व घुसने से मना किया था. पुलिस के लिए बंधनू महतो की गिरफ्तारी बड़ी सफलता है. बुद्धेश्वर उरांव के मारे जाने के बाद उसके दस्ते के सदस्य कहां-कहां छिपे हैं. इसका राज बंधनू महतो ही खोल सकता है.

Posted By : Samir Ranjan.

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