गुमला में नक्सली कमांडरों के घर पहुंची पुलिस, परिजनों से कहा : रंथु उरांव व लजीम को सरेंडर करायें
जहां थानेदार की मुलाकात लजीम की बेटियों से हुई. थानेदार ने बेटियों को अपने पिता लजीम अंसारी को सरेंडर करने के लिए प्रेरित करने की अपील की.
गुमला : भाकपा माओवादी के रीजनल कमेटी सदस्य बुद्धेश्वर उरांव के मारे जाने के बाद गुमला पुलिस ने एरिया कमांडर रंथु उरांव व लजीम अंसारी को सरेंडर करने के लिए कहा है. इसके लिए सोमवार को एसपी हृदीप पी जनार्दनन के निर्देश पर एएसपी मनीष कुमार व गुमला थानेदार मनोज कुमार कुल्ही गांव रंथु के घर व पनसो गांव स्थित लजीम अंसारी के घर पहुंचे.
जहां थानेदार की मुलाकात लजीम की बेटियों से हुई. थानेदार ने बेटियों को अपने पिता लजीम अंसारी को सरेंडर करने के लिए प्रेरित करने की अपील की. उन्होंने बताया कि इससे पूर्व पुलिस द्वारा दक्षिणी शंख रीजनल कमेटी के सदस्य बुद्धेश्वर उरांव को भी पुलिस ने सरेंडर करने के लिए उसके घर जाकर मुख्यधारा से जुडने की अपील की थी. लेकिन उसने नहीं माना. हाल के दिनों में पुलिस से मुठभेड़ में उसकी मौत हो गयी. अगर उसने सरेंडर किया होता, तो आज उसकी जान बच सकती थी.
लेकिन सरेंडर नहीं करने पर मारा गया. इसलिए अपने पिता को सरेंडर करने के लिए प्रेरित करे. वहीं रंथु उरांव के गांव कुल्ही में रंथु के भाई से मुलाकात हुई. थानेदार ने उनसे भी रंथु को सरेंडर करने के लिए प्रेरित करने की बातें कही. थानेदार ने कहा कि दोनों माओवादी के परिवार वाले सरेंडर के इच्छुक हैं. लेकिन परिजनों ने बताया कि जैसे ही संपर्क होगा, उनसे सरेंडर की अपील करेंगे. अगर इच्छुक होंगे तो सीधा आपसे संपर्क करेंगे. थानेदार दोनों गांवों में लगभग आधा आधा घंटा रुके. जहां उन्होंने ग्रामीणों से भी दोनों माओवादियों को सरेंडर के लिए प्रेरित करने की अपील की.