Jharkhand News : दुबई की सड़कों पर भटक रहे गुमला के दो मजदूर, खाने को हुए मोहताज, परिजनों ने जल्द वापस लाने की लगायी गुहार
Jharkhand News, Gumla News, गुमला : गुमला जिला के घाघरा प्रखंड के दो मजदूर दुबई में काम करने गये. इसके बाद स्थिति दयनीय हो गयी. कुछ दिन काम करने के बाद दोनों को काम से निकाल दिया गया. ना कंपनी द्वारा रहने के लिए जगह दिया जा रहा है और ना ही खाने के लिए भोजन. दो दिन पूर्व दोनों को कंपनी कैंपस से भी बाहर निकाल दिया. उन लोगों के पास दुबई का सिम नहीं है. जिस कारण वे घर में बात भी नहीं कर पा रहे हैं.
Jharkhand News, Gumla News, गुमला : गुमला जिला के घाघरा प्रखंड के दो मजदूर दुबई में फंसे हुए हैं. दुबई में फंसे दोनों मजदूर भूखे- प्यासे सड़क पर भटक रहे हैं. ना रहने को जगह और ना खाना मिल रहा है. प्रखंड के डुको गांव निवासी अजय उरांव और नवडीहा बरटोली ग्राम निवासी सुनील भगत गत 28 जनवरी को महुआटोली गांव निवासी दयालु उरांव नामक एजेंट के साथ दुबई काम करने के लिए गये थे. जहां जाने के बाद कुछ दिन काम किया.
घाघरा प्रखंड के दो मजदूर दुबई में काम करने गये. इसके बाद स्थिति दयनीय हो गयी. कुछ दिन काम करने के बाद दोनों को काम से निकाल दिया गया. ना कंपनी द्वारा रहने के लिए जगह दिया जा रहा है और ना ही खाने के लिए भोजन. दो दिन पूर्व दोनों को कंपनी कैंपस से भी बाहर निकाल दिया. उन लोगों के पास दुबई का सिम नहीं है. जिस कारण वे घर में बात भी नहीं कर पा रहे हैं.
बड़ी मुश्किल से दुबई के एक युवक से घर में फोन कर बात किये और घर वाले को सारी समस्याओं से अवगत कराया. इसके बाद से अजय की पत्नी केवड़ा उरांव, सुनील की पत्नी फुलयारी देवी और भउवा पहान घाघरा थाना पहुंचे. जहां सभी बातों को विस्तृत रूप से बताया.
इस संबंध में अजय की पत्नी केवड़ा ने बताया कि उसके पति से एक बार बात हुई. उसने कहा कि हमलोगों को खाने के लिए नहीं मिल रहा है. रहने के लिए भी नहीं मिल रहा है. होटलों में बचा- खुचा और फेंका हुआ खाना खा रहे हैं. किसी तरह हमलोगों को यहां से वापस बुला लो.
इस संबंध में थानेदार कौशलेंद्र कुमार ने एजेंट दयाल उरांव से दो दिन पूर्व फोन पर बात किया था. जिस पर दयाल ने कहा था कि दोनों को रहने और खाने के लिए व्यवस्था करा दिया जा रहा है. कहीं पर काम में लगा दिया जायेगा. दो दिन बीत जाने के बाद भी किसी भी तरह की पहल नहीं हुआ. जिसके बाद पुनः दोनों मजदूर घर में फोन कर रोने लगे. मालूम हो कि दोनों मजदूर का टूरिस्ट वीजा है. जो महज एक महीना के अंदर एक्सपायर कर गया. जिसके बाद से उन्हें काम से निकाल दिया गया.
Posted By : Samir Ranjan.