Jharkhand News, Gumla News, गुमला (दुर्जय पासवान/सुनील) : जहरीली शराब पीने से गुमला जिला अंतर्गत भरनो प्रखंड के मारासिल्ली गांव के 3 मजदूरों की बिहार के गोपालगंज में मौत हो गयी. मृतकों में मंगू उरांव (45 वर्ष), बुधवा पन्ना (45 वर्ष) और करमा पन्ना (50 वर्ष) है. गांव के लोगों को जैसे ही पता चला कि 3 मजदूरों की मौत हो गयी है. गांव में मातम छा गया है.
जहरीली शराब पीने से भरनो के मारासिल्ली गांव के 3 मजदूरों की मौत हो गयी. इसकी जानकारी मिलने पर भरनो प्रशासन व स्थानीय जनप्रतिनिधि मारासिल्ली गांव पहुंचे. गांव पहुंच कर स्थिति से अवगत हुए. साथ ही कौन- कौन मजदूर गोपालगंज गये हैं. उसकी जांच- पड़ताल प्रशासन द्वारा की गयी.
प्रशासन के गांव पहुंचने के बाद बुधवार (17 फरवरी, 2021) को मंगू उरांव का शव गांव पहुंचा. मंगू का शव गांव पहुंचते ही मातम छा गया. वहीं, 2 अन्य मजदूर बुधवा एवं करमा का शव गोपालगंज में ही है. परिजनों ने बताया कि दोनों शव का पोस्टमार्टम होने के बाद हॉस्पिटल में शव रखा गया था. देर रात को गांव पहुंचने की जानकारी प्रशासन ने दी है.
वहीं, गोपालगंज में जहरीली शराब पीने के बाद भी जिंदा बची कांता कुमारी, करमी कुमारी, खुशबू कुमारी, सुमति उरांव, शनि उरांव भी बिहार से अपने गांव के लिए रवाना हो गये हैं. मजदूरों की मौत से गुस्साये ग्रामीणों ने गांव के ही सरदारीन सीरिया उराईन को बंधक बनाये रखा. ग्रामीणों ने कहा कि सीरिया उराईन ही सभी मजदूरों को गोपालगंज ईट भट्ठा में ले गयी थी. जिसके बाद ये हादसा हुआ है. हालांकि, जनप्रतिनिधियों के समझाने के बाद देर शाम को सरदारिन को ग्रामीणों ने मुक्त किया.
जानकारी के अनुसार, वर्ष 2020 के नवंबर माह में मारासिल्ली गांव से 10 मजदूर बिहार के गोपालगंज में स्थित ईंट भट्ठा काम करने गये थे. मंगलवार की रात 3 मजदूरों की मौत की खबर परिजनों को मिली. ईंट भट्ठा मालिक ने सभी को गंभीर हालत में हॉस्पिटल में भर्ती कराया था जहां उनकी मौत हो गयी, जबकि इसी गांव के मजदूर सोमरा उरांव (55 वर्ष) हॉस्पिटल में भर्ती है. उसकी स्थिति नाजुक है. सोमरा के परिजन परेशान हैं. मृतक मंगू उरांव की पत्नी व बच्चे नहीं हैं. गांव में उसका भतीजा रहता है. मृतक करमा पन्ना की भी पत्नी व बच्चे नहीं है. गांव में छोटा भाई व भाहो रहती है. मृतक बुधवा पन्ना की पत्नी कौशल्या उरांव सहित पिता व बेटे गांव में रहते हैं.
घटना की सूचना मिलने पर भरनो की सीओ प्रीति केरकेट्टा गांव पहुंची और परिजनों से जानकारी ली. उन्होंने कहा कि शव का पोस्मार्टम करा लीजिये. तब सरकारी लाभ मिल पायेगा. इधर, सूचना मिलने पर आदिवासी समाज के अगुवागण भी मृतकों के घर पहुंचे. जिप सदस्य चंद्रशेखर उरांव, प्रधान माधुरी देवी, पूर्व मुखिया रतिया उरांव, आदिवासी नेता सुकेश उरांव सहित समाज के लोग गांव में बैठक कर पोस्टमार्टम व अंतिम संस्कार कराने को लेकर विचार- विमर्श किये.
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कांग्रेस के जिला अध्यक्ष रोशन बरवा ने कहा कि जैसे ही हमें सूचना मिली कि भरनो के तीन मजदूरों की बिहार में मौत हो गयी है. हमलोग मजदूरों को गांव लाने की व्यवस्था में जुट गये हैं. साथ ही मजदूर के परिजनों को सरकारी लाभ दिलाने का प्रयास किया जायेगा. रोशन बरवा ने कहा कहा जब बिहार में शराब बंद है, तो हमारे मजदूर भाईयों की मौत जहरीली शराब पीने से कैसे हो गयी? यह जांच का विषय है. प्रशासन इस मामले पर ईंट भट्ठा मालिक से कड़ाई से पूछताछ करें और परिजनों को उचित मुआवजा दिलाये.
मृतक करमा पन्ना की मां कुंती उरांव व मृतक बुधवा पन्ना की पत्नी कौशाल्या उरांव ने कहा कि हमलोग गरीबी में जी रहे हैं. बरसात खत्म होने के बाद हर साल हमारे परिवार के सदस्य मजदूरी करने पलायन कर जाते हैं. इसबार सभी गोपालगंज गये थे. जहां जहरीली शराब पीने से हमारे गांव के तीन लोगों की मौत हो गयी है. परिजनों ने गुमला प्रशासन से रोजगार, मुआवजा व सरकारी सुविधा देने की मांग की है. जिससे इस संकट में परिवार के लोग जी सके.
Posted By : Samir Ranjan.