Jharkhand News (दुर्जय पासवान, गुमला) : चेंबर ऑफ कामर्स, गुमला का चुनाव रविवार (19 सितंबर, 2021) को नगर भवन में हो-हंगामा के बीच हुआ. मतदान सुबह 8. बजे से शाम 5.20 बजे तक हुआ. मतदान के दौरान कई बार उम्मीदवार चुनाव पदाधिकारी से उलझते नजर आये. वहीं, कई वोटरों का बोगस वोट पड़ने के बाद भी माहौल गरमाया. हालांकि, चेंबर चुनाव की हर गतिविधि पर गुमला एसडीओ रवि आनंद नजर रखे हुए थे.
वोगस वोट पड़ने व आरोप- प्रत्यारोप लगने के बाद एसडीओ श्री आनंद ने मामले को संभाला. उन्होंने निष्पक्ष मतदान कराने का दिशा-निर्देश दिया. एसडीओ ने कुछ लोगों को फटकार भी लगाये. मामला बिगड़ न जाये इसलिए एसडीओ घंटों तक मतदान केंद्र में रहे. मतदान के दौरान पुलिस की सुरक्षा थी. मजदान केंद्र के अंदर व बाहर दोनों जगह पुलिस बल तैनात किया गया था. ताकि मतदान में कोई बाधा न पहुंचे.
पालकोट के कुछ वोटरों के नाम से वोगस वोट पड़ने के बाद कुछ देर के लिए मामला गरमा गया था. वहीं, दूसरी ओर चुनाव पदाधिकारी चेंबर चुनाव को शांतिपूर्ण व निष्पक्ष कराने में लगे हुए थे. अगर कुछ विवाद हो रहा था, तो मुख्य चुनाव पदाधिकारी हिमांशु केशरी मामले को सलटाते नजर आये.
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गुमला चेंबर चुनाव में 938 मतदाता थे. जिसमें 771 वोटरों ने 42 उम्मीदवारों के लिए वोट दिया है. कुल 82 प्रतिशत मतदान हुआ है. चुनाव में अंतिम वोट रमेश कुमार चीनी ने डाला. रमेश कुमार चीनी गुट के लोगों ने कहा है कि कुछ वोटरों के नाम से वोगस वोट मारा गया है. चेंबर चुनाव में इस प्रकार करना गलत है. वहीं, मतपेटी को उम्मीदवारों की उपस्थिति में सील किया गया. जिसे मतगणना के दौरान खोला गया. यहां बता दें कि दोपहर में एक घंटे बारिश हुई है. इससे अंदेशा लगाया जा रहा था कि 70 से 72 प्रतिशत मतदान होगा, लेकिन बारिश छूटते ही वोटरों की भीड़ उमड़ पड़ी.
पालकोट के कई व्यापारी चेंबर से जुड़े हुए हैं. मौसम खराब होने के बावजूद 25 किमी दूरी तय कर वोटर वोट डालने गुमला पहुंचे थे. लेकिन, पालकोट के कई वोटरों का बोगस वोट डाल दिया गया. इससे पालकोट से गुमला पहुंचे व्यापारी मायूस नजर आये. बोगस वोट पड़ने की व्यापारियों ने शिकायत की, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ. अंत में पालकोट के व्यापारी बिना वोट मारे वापस लौट गये.
मतदान केंद्र के बाहर गरमा-गरम पकौड़ी की व्यवस्था किया गया था. वोट मारने वाले व्यापारी वोट मारने के बाद पकौड़ी का मजा लिए. चटनी के साथ पकौड़ी खाते हुए कई व्यापारी चेंबर चुनाव में रमेश व दिनेश गुट के हार-जीत की भी समीक्षा कर रहे थे. दोपहर में जब एक घंटे जोरदार बारिश हुई, तो सभी पकौड़ी खाते हुए कुर्सी पर बैठकर चुनावी गपशप भी करते नजर आये. बारिश के कारण मतदान का कुछ समय बढ़ा दिया गया था.
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मतदान केंद्र के बाहर रमेश कुमार चीनी व दिनेश कुमार अग्रवाल गुट के उम्मीदवार जमे हुए थे. वोट डालने आने वाले वोटरों को रिझाने का प्रयास करते नजर आये. इस दौरान रमेश व दिनेश भी मोर्चा संभाले हुए थे. प्रभात खबर जब उम्मीदवारों का फोटो खींचने लगा, तो रमेश व दिनेश आपस में गले लग गये. दोनों अध्यक्ष पद के दावेदारों ने कहा कि चेंबर चुनाव व हार-जीत अपनी जगह. हम दोनों भाई हैं. दिनेश अग्रवाल ने कहा कि रमेश कुमार मेरे बड़े भाई हैं. उनका आशीर्वाद प्राप्त है.
चेंबर ऑफ कॉमर्स, गुमला के आम चुनाव का मतदान रविवार को नगर भवन गुमला में संपन्न हुआ. मतदान के दौरान कोरोना वायरस कोविड-19 से बचने के व्यवहारिक नियमों का पालन नहीं किया गया. इस दौरान बहुत कम ही लोगों के चेहरे पर मास्क दिखा. लोग सोशल डिस्टैसिंग का भी पालन करते नहीं दिखे. चुनावी पदाधिकारियों द्वारा भी कोविड-19 से बचने के व्यवहारिक नियमों का पालन करने के लिए लोगों से अपील तक नहीं किया गया. हालांकि चेंबर द्वारा कोविड-19 से बचने के व्यवहारिक नियमों का पालन करने के तहत मास्क की व्यवस्था की गयी थी. लेकिन, लोगों को मास्क पहनने के लिए नहीं देकर एक डब्बे में रखा गया था.
Posted By : Samir Ranjan.