Gumla news: गुमला जिले में गरीबी की मार ऐसा की किसान अपनी खेती-बारी का काम बैल, भैंस से नहीं बल्कि घोड़े से खेत जोत करा रहे है. यह मामला डुमरी प्रखंड अंतर्गत करनी पंचायत के करनी गांव का है. जहां किसान उरसेन तिग्गा ने बताया कि वह गरीब परिवार से हैं. घर में दादी-दादा, मां और दो भाई हैं. पिताजी की मृत्यु हो गयी है और हमारे पास खेती-बारी करने और हल चलाने के लिए केवल एक ही बैल है.
एक बैल से हल नहीं चला सकते हैं. इसलिए हमने अपने मामा घर से हल जोतने के लिए तीन घोड़ा लेकर आये हैं क्योंकि मामा के घर में भी बैल नहीं है. इसलिए हाल जोतने के उन्होंने तीन घोड़ा को दे दिया. जिसमें एक हल में घोड़ा और बैल, दूसरा हल में दोनों घोड़ा को जोड़कर खेत में हल जोतने का काम करते हैं. अभी धान रोपनी करने के लिए खेत जोत रहे हैं और घोड़ा हल से रोपा खेत को पट्टा मारते हैं.
बैल खरीदने में किसान असमर्थ
गरीबी और रोजगार के अभाव के कारण हमारे पास पैसा भी नहीं है. इसलिए हल जोतने के लिए बैल खरीदने में असमर्थ है. घोड़ा कीचड़ खेत में भी एकदम आराम से चलता है. आगे उन्होंने कहा कि हम गरीब लोगों को अगर प्रशासन की ओर हल जोतने के लिये बैल या भैंस मिल जाता तो बड़ी मेहरबानी होती.
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