मनरेगा से 31619 परिवार में 37041 मजदूर हर दिन काम कर रहे हैं, मिल रहा रोजगार, गुमला प्रशासन गांव में ही दे रहा रोजगार
ये परिवार पूरे मिनी लॉकडाउन में अपने गांव-घर में मजदूरी कर रहे हैं. प्रशासन के अनुसार मनरेगा से 31619 परिवार में से 37041 मजदूर हर दिन काम कर रहे हैं. किसी प्रकार से एक सदस्य तो किसी परिवार से दो सदस्य मजदूरी कर रहे हैं. अभी हरेक गांव में मनरेगा से तीन से चार योजना संचालित की जा रही है. जिससे लोगों को अच्छी कमाई हो जा रही है. घर का चूल्हा चौका भी चल रहा है. इधर, गांव-घर के मजदूरों के लिए अच्छी खुशखबरी है. पहले जिस गांव में दो तीन योजना संचालित थी. अब उन गांवों में छह से अधिक योजनाओं के संचालन की प्लानिंग बनायी गयी है. ताकि लोगों को अधिक से अधिक दिनों तक काम मिल सके.
Jharkhand News, Gumla News गुमला : हर हाथ को मिलेगा काम, कोई नहीं रहेगा बेकार. संकट में मनरेगा से जलेगा घर का चूल्हा. गांव-घर में रहनेवाले लोगों के लिए मनरेगा वरदान साबित हो रहा है. अभी जिस प्रकार का संकट है. रोजी-रोजगार सबसे बड़ी समस्या बन गयी है. ऐसे में मनरेगा में काम कर कई लोग परिवार की जीविका चला रहे हैं. उपविकास आयुक्त कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार गुमला जिले में 31 हजार 619 परिवार को मनरेगा से रोजगार मिला है.
ये परिवार पूरे मिनी लॉकडाउन में अपने गांव-घर में मजदूरी कर रहे हैं. प्रशासन के अनुसार मनरेगा से 31619 परिवार में से 37041 मजदूर हर दिन काम कर रहे हैं. किसी प्रकार से एक सदस्य तो किसी परिवार से दो सदस्य मजदूरी कर रहे हैं. अभी हरेक गांव में मनरेगा से तीन से चार योजना संचालित की जा रही है. जिससे लोगों को अच्छी कमाई हो जा रही है. घर का चूल्हा चौका भी चल रहा है. इधर, गांव-घर के मजदूरों के लिए अच्छी खुशखबरी है. पहले जिस गांव में दो तीन योजना संचालित थी. अब उन गांवों में छह से अधिक योजनाओं के संचालन की प्लानिंग बनायी गयी है. ताकि लोगों को अधिक से अधिक दिनों तक काम मिल सके.
गुमला जिले में 952 गांव है :
गुमला जिले में 952 गांव है. इन सभी गांवों में मनरेगा से कोई न कोई योजना संचालित है, जिससे गांव के लोगों को गांव में ही रोजगार मिल सके. मनरेगा से पौधरोपण, रेनवाटर हार्वेस्टिंग, बरसात के पानी को रोकने के लिए मेढ़बंदी, डोभा सहित कई योजनाएं संचालित है. इन सभी योजनाओं को बरसात से पहले पूरा कर लेना है. ताकि उसका लाभ गांव के किसानों को मिल सके. हरित ग्राम योजना, नीलांबर-पीतांबर योजना, जल समृद्धि योजना सहित अन्य योजनाओं का संचालन गांव स्तर पर किया जा रहा है.
प्रत्येक गांव में छह योजना होगी संचालित :
गुमला के उप विकास आयुक्त संजय बिहारी अंबष्ठ ने कहा है कि ग्रामीण विकास विभाग के सचिव आराधना पटनायक द्वारा मनरेगा को लेकर दिशा निर्देश प्राप्त हुआ है. उसके आधार पर गुमला जिले में काम कराया जा रहा है. कोरोना संक्रमण काल में श्रमिकों को गांव में ही रोजगार उपलब्ध कराने को लेकर ग्रामीण विकास विभाग सचिव एवं मनरेगा आयुक्त के द्वारा दिये गये निर्देशक की कोरोना काल में गांवों में श्रमिकों को हर हाल में रोजगार मुहैया करवाना है. मनरेगा आयुक्त ने मनरेगा के तहत सभी गांव में कम से छह योजनाएं संचालित करने का निर्देश दिया है.
ताकि गांव के श्रमिकों को अपने गांव में ही रोजगार मिल सके. उन्होंने निर्देश दिया है कि अगर कोई श्रमिक काम करने के लिए इच्छुक है. लेकिन उसके पास जॉब कार्ड नहीं है, तो ऐसे श्रमिकों का अविलंब जॉब कार्ड बनाते हुए गांव में ही काम उपलब्ध कराना है. मनरेगा आयुक्त के द्वारा सभी बीडीओ को निर्देश दिया गया है कि प्रवासी श्रमिकों की पूरी जानकारी रखे एवं उन्हें गांव में ही काम दें. उन्होंने मनरेगा से बन रहे कूप निर्माण कार्य को बरसात से पहले पूर्ण करवाने को लेकर सभी बीडीओ को निर्देश दिया.
मनरेगा आयुक्त के द्वारा निर्देशित किया गया है कि मनरेगा से जल संरक्षण, सिंचाई सुविधा, नाला जीर्णोद्धार, वृक्षारोपण से संबंधित योजनाओं को प्राथमिकता देते हुए आरंभ करें. उन्होंने सभी पंचायतों में सखी मंडल की महिलाओं का चयन करने एवं उन्हें प्रशिक्षित कर मेट के रूप में कार्य उपलब्ध करवाने को लेकर निर्देश दिये हैं. मनरेगा आयुक्त के द्वारा बिरसा हरित ग्राम योजना में वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप कार्य आरंभ कर 20 मई तक पौधरोपण हेतु कार्य को पूर्ण करने का निर्देश दिया गया है.
इस दौरान उन्होंने नीलांबर-पीतांबर जल समृद्धि के तहत टीसीबी, रेन वाटर हार्वेस्टिंग नाला जीर्णोद्धार शॉकपिट, दीदीबाड़ी योजना के मिले लक्ष्य को पूर्ण करवाने को लेकर सभी बीडीओ को निर्देशित किया गया है.
Posted By : Sameer Oraon