Jharkhand News, Gumla News गुमला : विद्यालय प्रबंधन समिति गुमला का एक दिवसीय कार्यशाला नगर भवन में हुआ. डीसी शिशिर कुमार सिन्हा ने कहा कि इस कार्यशाला को आयोजित करने का उद्देश्य मुख्यत: जिले के सभी विद्यालयों में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रसार को देखते हुए सरकार द्वारा जारी किये गये कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित कराना है. इसके अनावा छात्रवृत्ति संबंधी मामलों पर विचार-विमर्श करना है.
उन्होंने कहा कि शिक्षक सिर्फ वह नहीं जो कक्षा में बच्चों को पढ़ाये, बल्कि हर वो शख्स शिक्षक है, जो अपने साथ-साथ अपने समाज को भी शिक्षित करने में अपना योगदान देता हो. जिले के उच्च कक्षा के नौ से 12 कक्षा के विद्यालय खुल गये हैं. किंतु विद्यालय जाने वाले 80 प्रतिशत विद्यार्थी ऐसे हैं जो मास्क का उपयोग नहीं करते हैं. सभी स्कूलों में आने वाले बच्चों को कोविड से बचाव हेतु निर्धारित मूलमंत्र मास्क, सामाजिक दूरी तथा निरंतर हाथ धुलाई के नियमों का अनुपालन सुनिश्चित कराये.
जिले के लगभग 1525 विद्यालयों को छात्रवृत्ति का लाभ दिया जा रहा है. इन विद्यालयों के 76 हजार 119 विद्यार्थियों का डाटा अपलोड कर दिया गया है. जबकि 176 वैसे विद्यालय हैं. जिनका डाटा अब तक अपलोड नहीं हो पाया है. इस पर उन्होंने सभी प्रधानाध्यापकों से छूटे हुए बच्चों का डाटा अविलंब अपलोड कराने का निर्देश दिया. ताकि उन्हें समय से छात्रवृत्ति का लाभ दिया जा सके.
अपर समाहर्त्ता सुधीर कुमार गुप्ता ने कहा कि शिक्षक उस सूर्य के समान हैं, जिनसे ज्ञान की रोशनी निकलती है. जिससे पूरा समाज आलोकित होता है. उन्होंने शिक्षकों को संवेदीनशीलता एवं सार्थकता के साथ जिले के शैक्षणिक स्तर में सुधार लाने की दिशा में कार्य करने हेतु प्रेरित किया. मौके पर डीइओ सुरेंद्र पाण्डेय, एडीपीओ पीयुष गुप्ता, परियोजना निदेशक इंदु गुप्ता, डीपीआरओ देवेंद्रनाथ भादुड़ी, अजय जेराल्ड मिंज समेत विद्यालय के एचएम मौजूद थे.
Posted By : Sameer Oraon