Jharkhand News, Latehar News, लातेहार (चंद्रप्राकश सिंह) : झारखंड के लातेहार जिला अंतर्गत बालूमाथ निवासी पिंकी देवी न्याय की आस में परिवार संग समाहरणालय (Collectorate) के समक्ष धरना पर बैठी है. पिंकी देवी का आरोप है कि बड़े ससुर के परिजनों ने जमीन हड़पने की नियत से बने मकान को गिरा दिया. इस संबंध में डीसी से लेकर एसपी तक न्याय की गुहार लगायी, लेकिन कहीं से न्याय नहीं मिला. थक-हार कर शुक्रवार को अपने परिवार संग कलेक्ट्रेट आफिस के पास धरने पर बैठ गयी.
परिवार संग धरने पर बैठी पिंकी देवी ने कहा कि अगर 10 जनवरी, 2021 तक न्याय नहीं मिला, तो आगामी 11 जनवरी, 2021 से परिवार के साथ आमरण अनशन शुरू करेंगी. उन्होंने बताया कि ससुर रामचंद्र पांडेय और उनके बड़े भाई जगदीश पांडेय (दोनो अब स्वर्गीय) ने 64 डिसमिल जमीन एक साथ 1975 में खरीदा था. इसके बाद दोनों से अपने हिस्से की 60 डिसमिल जमीन बेच दिया. इसके बाद शेष बचे जमीन पर जगदीश पांडेय का मकान है.
बाद में घर की परेशानी को देखते हुए वर्ष 2002-2003 में मेरे नाम से इंदिरा आवास मिला जो वर्ष 2011 में पूरा हुआ. आवास पूरा होने के बाद काम की तलाश में हमलोग गुमला चले गये. वहां जाने के बाद हमें जानकारी मिली कि मेरे मकान को लॉकडाउन के दौरान जगदीश पांडेय के पुत्रों ने मिल कर ध्वस्त कर दिया.
इस मामले को लेकर पिंकी देवी पिछले 3 माह से पूरे परिवार के साथ न्याय के लिए सरकारी कार्यालयों का चक्कर लगा रही है. उसने बीडीओ, थाना प्रभारी, पुलिस अधीक्षक (SP) और उपायुक्त (DC) तक से गुहार लगायी, लेकिन उसे कहीं से न्याय नहीं मिला. थक- हार कर उसने अपने परिवार के साथ आंदोलन करने का निर्णय लिया.
समाहरणालय के समक्ष धरना में पिंकी के साथ उसकी 60 वर्षीय मां करमी देवी, देवर राजकुमार पांडेय, संजय पांडेय, गोतनी अलका देवी, 8 वर्षीय पुत्र शुभम पांडेय, 17 वर्षीय पुत्र चंदन पांडेय, 14 वर्षीय पुत्री अनिशा कुमारी और गोतनी का एक वर्ष का पुत्र भी शामिल है. वर्तमान में पिंकी का पूरा परिवार किराया के मकान में गुमला रहता है.
Posted By : Samir Ranjan.