Jharkhand News : गुमला के बसिया में करोड़ों का डैम, लेकिन खेतों को नहीं मिल रहा पानी
पानी के अभाव में खेत में खड़ी धान की फसल को देख कर किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें छायी है. सिंचाई नहीं हो पाने से फसल सूख रही है. धान की फसल देख कर किसान काफी मायूस नजर आने लगे है. किसानों का कहना है कि अगर सिंचाई के लिए नहर में पानी नहीं छोड़ा गया तो उनकी पूरी फसल बर्बाद हो जायेगी. किसानों ने बताया कि नहर में पिछले चार हफ्ते से एक बार भी पानी नहीं छोड़ा गया.
बसिया : बसिया प्रखंड के कई गांवों के किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से करोड़ों रुपये की लागत से धनसिंह टोली जलाशय परियोजना से बना नहर अब किसानों के लिए बड़ी मुसीबत बन गयी है. नहर के पानी से सिंचाई के भरोसे प्रखंड के आरया, बरटोली, सरइडीह, सुकुरड़ा, लौंगा, कलिगा, कोनबीर आदि गांव के सैकड़ों किसानों ने हजारों रुपये खर्च कर गर्मा धान की फसल लगायी. लेकिन अभी गर्मी शुरू ही हुई है और अचानक नहर से पानी बंद कर दिया गया.
पानी के अभाव में खेत में खड़ी धान की फसल को देख कर किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें छायी है. सिंचाई नहीं हो पाने से फसल सूख रही है. धान की फसल देख कर किसान काफी मायूस नजर आने लगे है. किसानों का कहना है कि अगर सिंचाई के लिए नहर में पानी नहीं छोड़ा गया तो उनकी पूरी फसल बर्बाद हो जायेगी. किसानों ने बताया कि नहर में पिछले चार हफ्ते से एक बार भी पानी नहीं छोड़ा गया.
इस संबंध में कलिगा निवासी किसान प्रवीण डंगवार ने बताया कि नहर में पानी के भरोसे लगभग साढ़े तीन एकड़ जमीन में धान की फसल लगायी है. लेकिन पिछले कई हफ्तों से पानी नहीं छोड़े जाने से नहर में पानी नहीं है. पानी के अभाव में खेत सूख रहे हैं और फसल बर्बाद हो रही है. वहीं कलिगा निवासी किसान नवीन बेक, अभय बेक, अजय बेक एवं मारकुस बेक ने कहा कि कई एकड़ खेत में लगे धान की फसल पानी के अभाव में सूखने लगे हैं. किसानों ने नहर में पानी चालू कराने की मांग की है.
Posted By : Sameer Oraon